जनज्वार इम्पैक्ट : खबर छपने के बाद योगी के ट्वीटर हैंडल से हटा लेखपाल भर्ती का फर्जी वीडियो
जनज्वार। कल बुधवार 10 मार्च को उत्त्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकॉउंट से एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में महाराजगंज के दुर्गेश चौधरी नाम के युवा राजस्व लेखपाल की नौकरी दिलाने के लिए लिये उत्तर प्रदेश सरकार को धन्यवाद दे रहे हैं। इस ट्वीट के बाद जनज्वार ने एक खबर प्रकाशित की थी और बताया था कि उत्तर प्रदेश में 2017 से राजस्व लेखपाल के पदों पर भर्ती नहीं हुई है और योगी आदित्यनाथ का ट्वीट झूठा है।
जनज्वार में खबर प्रकाशित होने के बाद योगी आदित्यनाथ के ऑफिशियल ट्विटर अकॉउंट से वह ट्वीट डिलीट कर दिया गया है।
इस मुद्दे पर युवा हल्लाबोल के संयोजक अनुपम ने योगी आदित्यनाथ को घेरते हुए ट्वीट किया था, 'का हो महाराज? उत्तर प्रदेश के युवा तो कह रहे हैं कि आपके कार्यकाल में लेखपाल की कोई भर्ती निकली ही नहीं है! तो फिर दुर्गेश जी किस मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित कर रहे हैं? वैसे भी उन्होंने वीडियो में आपका नाम नहीं लिया है, फिर भी आप उनकी भर्ती को अपनी उपलब्धि क्यों बता रहे हैं?'
जनज्वार में खबर प्रकाशित होने के बाद कांग्रेस, सपा और आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं ने इस मुद्दे पर योगी आदित्यनाथ को घेरा और युवाओं के रोजगार पर भी बात की गयी।
योगी आदित्यनाथ ने महाराजगंज के दुर्गेश नाम के युवा राजस्व लेखपाल का जो वीडियो ट्वीट किया था, उसमें लिखा था 'सरकारी नौकरी हेतु आयोजित परीक्षाओं के समयबद्ध परिणामों एवं पारदर्शी चयन प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए श्री दुर्गेश चौधरी जी। श्री दुर्गेश चौधरी जी की नियुक्ति राजस्व लेखपाल के पद पर पूर्ण पारदर्शिता के साथ हुई है।'
योगी के ट्वीट डिलीट करने के बाद युवा हल्लाबोल के संयोजक अनुपम ने एक और ट्वीट किया है, और लिखा है, 'मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी से निवेदन! जितना ध्यान आप वीडियो बनाने, पोस्टर डिजाइन करवाने, मीडिया मैनेजमेन्ट और प्रचार तंत्र में लगा रहे हैं.. उतना ही ध्यान अगर अटकी हुई भर्तियों को जल्द पूरा करने और रिक्त पदों को भरने में लगाते तो युवाओं में आपके प्रति अविश्वास नहीं पनपता।'
मुख्यमंत्री @myogiadityanath जी से निवेदन!
— अनुपम | Anupam (@AnupamConnects) March 11, 2021
जितना ध्यान आप वीडियो बनाने, पोस्टर डिजाइन करवाने, मीडिया मैनेजमेन्ट और प्रचार तंत्र में लगा रहे हैं..
उतना ही ध्यान अगर अटकी हुई भर्तियों को जल्द पूरा करने और रिक्त पदों को भरने में लगाते तो युवाओं में आपके प्रति अविश्वास नहीं पनपता।
अब योगी आदित्यनाथ का यह ट्वीट जहां उनके एकाउंट में नहीं दिखायी देगा, वहीं जिस लड़के दुर्गेश का वीडियो योगी ने अपलोड किया था, वह नेपाल भाग गया है।
ट्वीटर पर लोग कमेंट कर रहे हैं कि दुर्गेश का झूठ पकड़ा गया तो वह नेपाल भाग गया, मगर सवाल यह उठता है कि मुख्यमंत्री के वैरिफाइड एकाउंट से आखिर झूठी खबरें कैसे प्रसारित की जा सकती हैं।
गौरतलब है कि यूपी में राजस्व लेखपालों के 30,837 पद हैं, जिनमें से करीब 8 हजार पद खाली हैं। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के जरिए लेखपालों की भर्ती होनी है। UPSSSC की ओर से 2019 में चकबंदी लेखपाल पद के लिए 1364 वैकेंसी निकाली थीं, जिनको बाद में रद्द कर दिया गया. साल 2020 में राजस्व परिषद की ओर से 7882 लेखपालों की भर्ती का प्रस्ताव UPSSSC को भेजा गया है।