UPTET Paper Leak : लाखों छात्रों के भविष्य से खेलने वाले सचिव पर गिरी गाज, एक दिन पहले हुआ सस्पेंड आज गिरफ्तार
(हिरासत में लिया गया सचिव संजय उपाध्याय image/social media)
UPTET Paper Leak : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 का पेपर लीक मामले में यूपी एसटीएफ ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को गिरफ्तार किया है। इससे पहले मंगलवार 30 नवंबर को संजय उपाध्याय को सस्पेंड किया गया था। बताया जा रहा कि संजय पर ही परीक्षा कराने की जिम्मेदारी थी। सरकार ने पेपर लीक होने में उनकी बड़ी चूक मानी है।
आपको बता दें कि सचिव संजय उपाध्याय ने पेपर लीक होने के बाद बयान दिया था कि वह FIR कराएंगे, लेकिन इसके बाद वह खुद ही कार्रवाई की जद में आ गए। सस्पेंड रहने के दौरान संजय उपाध्याय को लखनऊ में यूपी बेसिक शिक्षा निदेशक के कार्यालय से अटैच करने के निर्देश दिए थे।
इससे पहले STF ने एग्जाम का पर्चा छापने वाली कंपनी के मालिक राय अनूप प्रसाद को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। इस मामले में यूपी STF अभी और गिरफ्तारी कर सकती है। यह भी जान लीजिए कि प्रिंटिंग प्रेस का मालिक गोरखपुर का है जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गृह जनपद है।
वहीं दूसरी तरफ इस मामले में एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि STF नोएडा ने पूछताछ के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय उपाध्याय को गिरफ्तार किया है और मामले में कोई भी आरोपी बख्शा नहीं जाएगा।
एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि राय अनूप प्रसाद का दिल्ली के ओखला में प्रिंटिंग प्रेस है। वह मूल रूप से गोरखपुर के रहने वाला है। दरअसल, थाना सूरजपुर में STF ने 5 प्रिंटिंग प्रेस के मालिकों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है। जांच में पता चला है कि कोलकाता, नोएडा, दिल्ली की कई प्रिंटिंग प्रेस में TET की परीक्षा के प्रश्न पत्र छपवाए गए थे। इससे पहले बागपत से भी एक आरोपी को STF ने गिरफ्तार किया है।
16 जून को गौतमबुद्ध नगर डायट के प्राचार्य संजय कुमार उपाध्याय का तबादला प्रभारी निदेशक राज्य विज्ञान शिक्षा संस्थान प्रयागराज के पद पर किया गया है। उन्हें परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया हैं। इसके तैनाती के समय में यह पहली परीक्षा कराई गई हैं।