Begin typing your search above and press return to search.
शिक्षा

Uttarakhand paperleak SCAM : उत्तराखंड में तीन और भर्ती परीक्षाएं हुई रद्द, शेष परीक्षाओं पर भी लटकी तलवार, परीक्षार्थियों में उबाल

Janjwar Desk
30 Dec 2022 5:00 PM GMT
Uttarakhand paperleak SCAM : उत्तराखंड में तीन और भर्ती परीक्षाएं हुई रद्द, शेष परीक्षाओं पर भी लटकी तलवार, परीक्षार्थियों में उबाल
x

UKSSSC Paper leak SCAM : उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने विवादों में आई 5 भर्ती परीक्षाएं एक झटके में कर दीं निरस्त

अभ्यर्थियों की शिकायत है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर पहले यह आश्वासन दिया गया था कि वह अभ्यर्थियों का अहित नहीं होने देंगे, लेकिन आज जब आयोग की ओर से परीक्षाएं रद्द की जा रही हैं तब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कहां हैं....

देहरादून। उत्तराखंड के बेरोजगारों पर सिस्टम का कहर जमकर टूट रहा है। शुक्रवार को फिर तीन भर्ती परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा के साथ ही परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए संकट पैदा हो गया है। इसके साथ ही आयोग द्वारा कराई गई अन्य और भर्ती परीक्षाओं पर भी रद्द होने के खतरे की तलवार लटकी हुई है। रद्द हुई परीक्षाओं की जानकारी उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने खुद शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दी है।

आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने इन परीक्षाओं को रद्द करने का ऐलान करते हुए बताया कि आयोग की ओर से बीते दिनों कराई गई तीन महत्वपूर्ण परीक्षाओं स्नातक स्तरीय परीक्षा, वन दरोगा और सचिवालय रक्षक की परीक्षा को कई अनियमितताओं के चलते रद्द किया जा रहा है। मीडिया से मुखातिब आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने स्नातक स्तरीय परीक्षा, वन दरोगा और सचिवालय रक्षक की परीक्षा को रद्द करते हुए इन तीनों परीक्षाओं को दोबारा करने का फैसला सुनाया। जबकि उन्होंने बताया कि शेष अन्य कनिष्ठ सहायक, व्यक्तिगत सहायक, पुलिस रैंकर उपनिरीक्षक, वाहन चालक, कर्मशाला अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक और मुख्य आरक्षी दूरसंचार भर्ती परीक्षा पर निर्णय लेने के लिए विधिक राय मांगी गई है।

नकलचियों को अब कोई मौका नहीं

आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया की ओर से यह भी साफ किया गया है कि जिन परीक्षाओं को रद्द किया गया, उनमें भविष्य में केवल वही अभ्यर्थी परीक्षा में बैठ सकेंगे जिन्होंने पूर्व में परीक्षा दी है। उन्हें केवल एडमिट कार्ड जारी कर परीक्षा देने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। वहीं जिन अभ्यर्थियों का नाम नकल प्रकरण में आया है, उन्हें इस परीक्षा में नहीं बैठने दिया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे अभ्यर्थियों को भविष्य में होने वाली अन्य परीक्षाओं में भी बैठने की अनुमति नही दी जाएगी।

परीक्षा रद्द से होने से अभ्यर्थी गुस्से में

शुक्रवार को जहां एक तरफ आयोग के अध्यक्ष की ओर से इन तीन महत्वपूर्ण परीक्षाओं को रद्द कर दोबारा कराने का निर्णय लिया गया। तो वहीं दूसरी तरफ आयोग कार्यालय के बाहर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने परीक्षाएं रद्द होने पर जमकर हंगामा काटा। इस दौरान आक्रोशित अभ्यर्थियों का कहना था कि आयोग की लापरवाही की वजह से पेपर लीक हुआ और उस में धांधली हुई। जिसमें अभ्यर्थियों की किसी तरह की कोई गलती नहीं है। लेकिन इसके बाद भी आयोग की काहिली की सजा अभ्यर्थियों को भुगतनी पड़ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर पहले यह आश्वासन दिया गया था कि वह अभ्यर्थियों का अहित नहीं होने देंगे, लेकिन आज जब आयोग की ओर से परीक्षाएं रद्द की जा रही हैं तब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कहां है।

कमेटी की रिपोर्ट पर लिया गया फैसला

उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय भर्ती, सचिवालय सुरक्षा सेवा संवर्ग सहित कई भर्तियों के पेपर लीक होने के बाद आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया ने बची हुई आठ भर्तियों के भविष्य को लेकर पूर्व आईएएस एसएस रावत की अध्यक्षता में विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। समिति ने आठों भर्तियों में पेपर लीक की आशंकाओं की पड़ताल करते हुए आयोग के अध्यक्ष जीएस मर्तोलिया को बीते दिनों रिपोर्ट सौंपी थी। इन परीक्षाओं में एलटी भर्ती, उत्तराखंड वैयक्तिक सहायक भर्ती, कनिष्ठ सहायक, पुलिस रैंकर्स, वाहन चालक, कर्मशाला अनुदेशक, मत्स्य निरीक्षक और मुख्य आरक्षी पुलिस दूरसंचार भर्ती शामिल है। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की ओर से गठित जांच कमेटी ने आठ में से केवल एलटी (सहायक अध्यापक) भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट दी है। एलटी के 1431 पदों के लिए आयोग पूर्व में ही परीक्षा परिणाम घोषित कर चुका था व 584 सफल अभ्यर्थियों के साक्षात्कार भी हो चुके थे । वहीं अब आगामी 09 जनवरी 2023 से शेष अभ्यर्थियों के साक्षात्कार शुरू हो जाएंगे ।

Next Story

विविध