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पर्यावरण

जिम कॉर्बेट से बरामद हुई आदमखोर बाघ के शिकार बने युवक की अधखायी लाश, दारूबाज साथियों के खिलाफ वन विभाग ने फॉरेस्ट एक्ट में दर्ज किया मुकदमा

Janjwar Desk
25 Dec 2022 8:56 PM IST
जिम कॉर्बेट से बरामद हुई आदमखोर बाघ के शिकार बने युवक की अधखायी लाश, दारूबाज साथियों के खिलाफ वन विभाग ने फॉरेस्ट एक्ट में दर्ज किया मुकदमा
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जिम कॉर्बेट से बरामद हुई आदमखोर बाघ के शिकार बने युवक की अधखायी लाश, दारूबाज साथियों के खिलाफ वन विभाग ने फॉरेस्ट एक्ट में दर्ज किया मुकदमा

Wild animal horror 24 दिसंबर की शाम बाघ ने युवक को अपना शिकार बनाया है, वह इस क्षेत्र की बाघ के हमले में मौत की चौथी घटना है। इसके अलावा कई लोग बाघ के हमले में घायल भी हो चुके हैं...

Ramnagar news : सड़क किनारे दारू पार्टी के दौरान हमले का शिकार बने युवक का शव वन विभाग और पुलिस की टीम ने भारी मशक्कत के बाद रविवार को जंगल से बरामद कर मृतक का पोस्टमार्टम करा दिया। इस युवक को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुल्ली रेंज के पनोद नाले के पास से एक बाघ शनिवार 24 की शाम को अपने जबड़े में दबाकर जंगल में ले गया था।

घटनाक्रम के अनुसार रामनगर के मौ. शमी पुत्र सलीम निवासी ऊंटपड़ाव, सूरज नेगी उर्फ रवि पुत्र पुष्कर सिंह निवासी इंदिरा कॉलोनी तथा नफीस पुत्र अब्दुल रशीद निवासी नॉर्वल स्कूल खताड़ी नाम के तीन युवक एक स्कूटी पर सवार होकर नेशनल हाइवे संख्या 309 पर घूमने के लिए निकल गए। तीनों ही युवक स्मैक पीने के आदी थे। तीनों लोग कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुल्ली रेंज स्थित धनगढ़ी नाले से एक किलोमीटर पहले गर्जिया की ओर पनोद नाले पर देर शाम करीब 7:30 बजे के आसपास तीन युवक स्कूटी साइड में खड़ी कर दारू पार्टी में लिप्त थे, जहां जंगल की झाड़ियों की ओट में शिकार की तलाश में छिपे एक बाघ नफीस को अपने जबड़े में दबाकर सड़क किनारे के दूसरे हिस्से की रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेंज के जंगल में ले गया था।

बाघ का निवाला बने युवक के दोनों साथी

हादसे की खबर मिलने पर रामनगर वन प्रभाग की कोसी व कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की सर्पदुल्ली रेंज के वनकर्मियों की टीम ने मौके से सूरज नेगी उर्फ रवि निवासी इंदिरा कालोनी और च्येपसी पुत्र मौ. शमी निवासी उत्तरी खताड़ी को पकड़कर इनसे घटना की बाबत जानकारी लेनी चाही तो यह लोग नशे की अधिकता के कारण टीम को कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाए।

मौके से पकड़े गए दोनों युवकों के बदलते बयानों के बीच वन विभाग की टीम ने इनका मेडिकल परीक्षण कराया। दूसरी ओर नफीस को खोजने के लिए सर्च अभियान चलाया गया तो आधी रात में नफीस का मोबाइल और पैंट जंगल में बरामद हुई। रविवार 25 दिसंबर की सुबह फिर वनकर्मियों की टीम ने सर्च अभियान चलाया गया तो पलोद नाले धुलवा बीट के पास नफीस का शव लहूलुहान हालत में झाड़ियों से बरामद हुआ। कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि युवक का रविवार को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौप दिया गया है।

मृतक को मुआवजा, साथियों पर मुकदमा

इस मामले में रामनगर वन प्रभाग के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को नियमानुसार मुआवजा देने की कार्रवाई शुरू कर दी है। जबकि दूसरी ओर विभाग द्वारा मृतक युवक के दोनों दोस्तों के खिलाफ वन अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जंगल में अनाधिकृत प्रवेश, शराबखोरी करना और धारा 144 के उल्लंघन जैसे आरोपियों के खिलाफ वन विभाग ने फॉरेस्ट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर इन्हें निजी मुचलके पर छोड़ दिया है।

वनकर्मियों का कहना है कि इनके पास से पनोद नाले पर बन रहे निर्माणाधीन पुल के सरिए भी बरामद हुए थे। यह लोग शनिवार दोपहर से ही इस जंगल में निर्माणाधीन पुल से सामान चोरी करने की जुगत में टहल रहे थे। देर रात को यहां पर इनके शराब पीने के दौरान ही बाघ ने इस घटना को अंजाम दे दिया।

वन विभाग ने बढ़ाई गश्त

गर्जिया मोहान मोटर मार्ग पर पनोद नाले के पास रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेंज में बाघ द्वारा हमला कर मारने की घटना के बाद विभाग द्वारा इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है। वन विभाग के कार्बेट टाइगर रिजर्व तथा रामनगर वन प्रभाग द्वारा संयुक्त रूप से त्वरित कार्यवाही करते हुए हमलावर बाघ को रेस्क्यू करने के लिए पशु चिकित्सा अधिकारियों डॉ. दुष्यन्त शर्मा, डॉ. हिमांशु पांगती, डॉ. आयुष उनियाल के नेतृत्व में अलग-अलग तीन रेस्क्यू टीमें गठित कर बाघ प्रभावित क्षेत्र में रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है।

मौके पर वन विभाग की टीम

इसके अलावा बाघ की ड्रोन से मॉनिटरिंग करने के लिए भी दो टीमें बनाई गई हैं। वन विभाग द्वारा रेस्क्यू कार्य में स्थानीय प्रशासन, पुलिस विभाग के सहयोग से रात्रि में दोपहिया वाहनों, पैदल घूमने वाले व्यक्तियों के आवागमन पर नियंत्रण करने का प्रयास किया जा रहा है। बाघ प्रभावित क्षेत्र में नियमित रूप से सघन गश्त की जा रही है एवं स्थानीय जनसमुदाय से गर्जिया-धनगढी-मोहान मोटर मार्ग पर मौजूद होटल, दुकानों को रात्रि में जल्दी बन्द करने की अपील की गई है।

मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने किया घटनास्थल का निरीक्षण

युवक को बाघ द्वारा निवाला बनाए जाने की घटना के बाद प्रमुख वन संरक्षक (वन्यजीव)/मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डा. समीर सिन्हा ने घटनास्थल का निरीक्षण कर चिन्हित बाघों को जल्दी रेस्क्यू करने के लिए वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके साथ ही स्टाफ को क्षेत्र में नियमित रूप से सघन गश्त करने तथा रात्रि में बाघ प्रभावित क्षेत्र में दोपहिया वाहन, पैदल घूमने वालों पर अंकुश लगाने की भी हिदायत दी गई है। दूसरी ओर इस मामले में कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डा. धीरज पाण्डेय ने भी स्थानीय जनसमुदाय से बाघों के रेस्क्यू किये जाने तक वन क्षेत्र में न जाने की अपील की है। उन्होंने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही बाघों को रेस्क्यू कर लिया जाएगा।

वन विभाग के सुरक्षा दावों और गश्त की खुली पोल

नेशनल हाईवे संख्या 309 पर कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे रामनगर वन प्रभाग कोसी रेंज के मोहान एवं धनगढ़ी क्षेत्र के बीच में शनिवार की शाम नशे में धुत तीन युवकों पर बाघ द्वारा हमला बोलने की घटना ने वन विभाग के सुरक्षा दावों की पोल खोलकर रख दी है। लचर सुरक्षा व्यवस्था के इन दावों से आसपास के क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों में विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है। इससे पूर्व जब बाघ द्वारा शिकार बनाए गए व्यक्ति का शव बरामद किया गया था तो उस दौरान आसपास बाघ के दहाड़ने की आवाज भी आ रही थी। जिसके बाद हाथियों पर गश्त कर रहे वनकर्मियों द्वारा हवाई फायरिंग कर बाघ को मौके से खदेड़ा गया था।

इस घटना के बाद से यहां वन विभाग की नियमित गश्त हो रही है। साथ ही पैदल घूमने वालों को भी यहां घूमने नहीं दिया जा रहा है। जिस क्षेत्र में शनिवार 24 दिसंबर की शाम बाघ ने युवक को अपना शिकार बनाया है, वह इस क्षेत्र की बाघ के हमले में मौत की चौथी घटना है। इसके अलावा कई लोग बाघ के हमले में घायल भी हो चुके हैं।

क्षेत्र में बाघ की लगातार गतिविधियों को लेकर सीटीआर प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र में धारा 144 लगाकर वनकर्मियों से सुरक्षा गश्त करवाकर ग्रामीणों को सुरक्षा का आश्वासन दिया जा रहा था, लेकिन क्षेत्र में धारा 144 लागू होने के साथ ही वनकर्मियों की लगातार गश्त के बाद भी बाघ के इस हमले ने वन अधिकारियों के दावों की पोल खोलते हुए वनकर्मियों की गश्त पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बड़ा सवाल तो यह है कि धारा 144 और वनकर्मियों की क्षेत्र में जारी गश्त के बीच दोपहर से जंगल में मौजूद तीन युवक शाम को जंगल में खुलेआम दारू पार्टी कैसे कर रहे थे?

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