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FACT CHECK : CM योगी का लाइव गाली वाला वीडियो फैक्ट चैक में मिला सही, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस

Janjwar Desk
6 April 2021 7:01 AM GMT
FACT CHECK : CM योगी का लाइव गाली वाला वीडियो फैक्ट चैक में मिला सही, सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
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गाजीपुर के छात्रों ने योगी को खून से लिखा पत्र भेजा (file photo)

इस वीडियो में एक पक्ष का दावा है कि इसी बाइट के दौरान योगी ने अपशब्द यानी गाली का इस्तेमाल किया। ये बाइट यूट्यूब पर अभी भी कई चैनलों पर मौजूद है तो कई चैनलों द्वारा इसे हटा लिया गया है। सबसे पहले न्यूज 18 का लाइव ट्वीट सामने आया था, जिसमें सीएम का गाली देते हुए वीडियो भी दिखा था...

जनज्वार ब्यूरो/लखनऊ। कल से उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को लेकर नया घमासान चल रहा है। दरअसल सीएम योगी कोविड-19 के बढ़ते मामले को लेकर चिंता जाहिर कर रहे थे। इसी कड़ी में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वैक्सीन लगवाने पहुंचे। जहां उन्होंने लोगों को न सिर्फ वैक्सीन लगवाने के लिए प्रोत्साहित किया बल्कि प्रधानमंत्री और वैक्सीन निर्माण के लिए वैज्ञानिकों और डॉक्टरों का धन्यवाद भी किया।

योगी आदित्यनाथ की ये बाइट वीडियो एजेंसी एशिया न्यूज इंटरनेशनल (ANI) के माध्यम से लाइव की जा रही थी। इस वीडियो में एक पक्ष का दावा है कि इसी बाइट के दौरान योगी ने अपशब्द यानी गाली का इस्तेमाल किया। ये बाइट यूट्यूब पर अभी भी कई चैनलों पर मौजूद है तो कई चैनलों द्वारा इसे हटा लिया गया है। सबसे पहले न्यूज 18 का लाइव ट्वीट सामने आया था, जिसमें सीएम का गाली देते हुए दिखाई दे रहे थे।

योगी आदित्यनाथ के गाली वाले वीडियो की गंभीरता से पड़ताल के दौरान यह बात सामने आयी कि यह फेक नहीं सही है। abp गंगा और न्यूज़ 18 उत्तर प्रदेश में वीडियो देखने के बाद कुछ वेबसाइटें भी देखीं। फ़ैक्टचेकर सहित ऑल्ट न्यूज़ ने भी इस वीडियो को सही बताया है। मतलब की कोविड-19 की पहली डोज लगवाने के बाद ANI को दिए इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ ने अब्यूजिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल किया था।

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'न्यूज 18' पर चले इस वीडियो पर सफाई भी आई थी और ट्वीट हटा लिया गया। सफाई दी थी वरिष्ठ पत्रकार भूपेन्द्र चौबे ने। आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने भूपेंद्र चौबे की सफाई पर उन्हें जवाब देते हुए लिखा है कि 'भूपेन्द्र जी आप तो पढ़े लिखे हैं, एक सम्मानित पत्रकार हैं, आप भी IT सेल की बातों में आ गए? ये वीडियो देख लीजिए और समझ लीजिए और अगर हो सके तो ट्वीट डिलीट कर माफी मांग लीजिए। आपको बोला क्यूँकि आपसे उम्मीद है की आप भाजपा की IT सेल के सदस्य नहीं हैं।'

'न्यूज 18' उत्तर प्रदेश पर योगी का गाली वाला वीडियो चलने के बाद सेम वीडियो ABP गंगा पर चला, इसमें भी गाली ऑन एयर हुई। ABP गंगा के इस वीडियो को ट्वीट करते हुए सूर्य प्रताप सिंह लिखते हैं 'झूठे का मुँह काला, सच्चे का बोल बाला। यह रहा ABP गंगा पर योगी जी की गाली का 'सीधा प्रसारण'। कहाँ है उत्तरप्रदेश सरकार? कौन करेगा मुक़दमा? अरे चाटुकारिता में इतना मत गिरो की जब सामने मिलो तो किसी से नज़र ना मिला सको।'

वहीं ANI द्वारा इस वीडियो को 'Retract' यानी वापस ले लिया गया है। ANI द्वारा यह नहीं कहा गया है कि वीडियो एडिट किया गया है या फ़ेक है। इस वीडियो को हटाने के बाद ANI ने दूसरा वीडियो ट्वीट किया। दोनों वीडियो में योगी जी अलग अलग बातें कह रहे हैं। पहले वीडियो में योगी को 'देश के वैज्ञानिकों' के बाद से सुनें, वीडियो पूरा ही अलग है तो एडिटेड कैसे हुआ? फिर Edited वीडियो ANI ने ट्वीट कैसे किया और फिर हटाया क्यूँ? यह बड़ा सवाल है।


योगी आदित्यनाथ के इस 'चूतिया' भरे वीडियो के वायरल होने के बाद कई चारण न्यूज चैनल, उनके पत्रकार सहित आईटी सेल डैमेज कंट्रोल में लग गया। शलभमणि त्रिपाठी से लेकर दीपक चौरसिया तक ने ब्रेकिंग टूयूब व सोशल तमाशा नाम की साइटों के हवाले से वीडियो को फर्जी बताया। इसे विपक्ष द्वारा योगी को बदनाम करने की साजिश बताया गया।

सूर्य प्रताप सिंह दीपक चौरसिया को आड़े हाथों लेते हुए लिखते हैं कि 'दोनों वीडियो में कैमरा ऐंगल अलग है, शब्द अलग हैं और कांटेंट अलग है। तो पहले वीडियो Edited कैसे हुआ? मतलब पहले योगी जी ने गलती की, फिर गलती को सुधारने के लिए दूसरा वीडियो बनाया और उसमें भी शब्द बदलने की गलती कर दी। अब कहाँ गए @DChaurasia2312? एक निम्न स्तर के ट्रोल बन गए तुम तो।

सीएम योगी की गाली वाले वीडियो का सच ZOOM IN वीडियो से बिलकुल साफ हो जाता है। 17वें सेकेंड में camera auto aperture हिला। 19वें सेकेंड में कैमरामैन को गलती का अहसास हुआ, CM को रोका गया। 22वें सेकेंड में अमर वाणी फूटी। दूध का दूध और पानी का पानी। वीडियो वायरल करने को लेकर मुकदमा करने जैसी बात सामने आने पर सूर्य प्रताप सिंह लिखते हैं 'आज की हरकत ने CM ऑफ़िस को पूरी तरह एक्स्पोज कर दिया। जब यह पत्रकारों को गाली दे सकते हैं, एक लाइव वीडियो को खुले आम एडिटेड बता कर मुक़दमा दर्ज करने की धमकी दे सकते हैं, तब यह किसी भी स्तर पर जा सकते हैं। मुझ पर निजी हमले होंगे, झूठे मुक़दमे लिखे जाएँगे, पर यह लड़ाई जारी रहेगी।'

सीएम योगी आदित्यनाथ की गाली वाले वीडियो पर छिड़े विवाद को लेकर पत्रकार रोहिणी सिंह लिखती हैं कि 'तानाशाह की प्रवृत्ति होती है, जितना झुकोगे वो तुम्हें उतना ही डराता जाएगा और जब आँख मिला कर बात करोगे तो डर कर भागेगा या तो अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करेगा। गाली मुख्यमंत्री दें, चलाएँ उनके पसंदीदा चैनल और FIR उनपर करेंगे जो सवाल पूछते हैं? ये है आपका रामराज्य? शर्म नहीं आती?'

(नोट- हमारी इस स्टोरी में विपक्ष की किसी भी पार्टी अथवा उसके किसी नेता के ट्वीट का जिक्र नहीं है। विपक्ष मुख्यमंत्री जैसे जिम्मेदार पद के लिए राजनैतिक षड़यंत्र भी कर सकता है, इसलिए हमने पूर्व नौकरशाह, पत्रकार व कुछ न्यूज चैनलों के फैक्ट को आधार बनाकर इसे प्रकाशित किया है।)

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