Begin typing your search above and press return to search.
ग्राउंड रिपोर्ट

Ground Report : फसल बीमा का प्रीमियम दबाए बैठे बैंकों पर इस कमिश्नर ने दिखाए कड़े तेवर, बैंक अफसरों के हवालात जाने की आई नौबत

Janjwar Desk
1 Jan 2022 10:25 AM GMT
Ground Report : फसल बीमा का प्रीमियम दबाए बैठे बैंकों पर इस कमिश्नर ने दिखाए कड़े तेवर, बैंक अफसरों के हवालात जाने की आई नौबत
x
Ground Report : कमिश्नर ने जब मामले की समीक्षा की तो उनके सामने लगभग किसानों के 28 हजार से अधिक लंबित मामले सामने आए, इन मामलों में कमिश्नर ने ललितपुर और झाँसी जिलों के सम्बंधित बैंकों को निर्देश दिए कि किसानों को फसल बीमा का क्लेम तत्काल करें....

झांसी से लक्ष्मी नारायण शर्मा की रिपोर्ट

Ground Report : साल 2018 और 2019 में झाँसी और ललितपुर जिलों के हजारों किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा का प्रीमियम देने के बावजूद फसल बर्बाद होने पर क्षतिपूर्ति पाने में नाकाम रहे थे। ओलावृष्टि और अतिवृष्टि ने बहुत सारे किसानों की फसलें बर्बाद कर दी थीं। बीमा कंपनी ने इन बीमित किसानों में से हजारों किसानों को यह कहकर क्लेम देने से इनकार कर दिया कि बैंकों ने इन किसानों का प्रीमियम और डेटा उन्हें भेजा ही नहीं है। कई सालों से इस मामले में बैंक, बीमा कम्पनी और प्रशासनिक अफसर प्रभावित किसानों को बहाने बनाकर टाल रहे थे। झाँसी के कमिश्नर डॉ अजय शंकर पांडेय के सामने जब यह मामला आया तो उन्होंने किसानों को क्लेम दिलाने के मकसद से सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया।

कमिश्नर ने जब मामले की समीक्षा की तो उनके सामने लगभग किसानों के 28 हजार से अधिक लंबित मामले सामने आए। इन मामलों में कमिश्नर ने ललितपुर और झाँसी जिलों के सम्बंधित बैंकों को निर्देश दिए कि किसानों को फसल बीमा का क्लेम तत्काल करें। चूंकि बैंकों ने प्रीमियम की राशि बीमा कम्पनी को नहीं भेजी तो इसका खामियाजा किसान नहीं भुगत सकते क्योंकि उन्होंने तो प्रीमियम का भुगतान किया था। जो बीमा क्लेम बीमा कम्पनी को करना था, वह क्लेम प्रीमियम की राशि दबाकर बैठे बैंको को करने को कहा गया। इतना ही नहीं, कमिश्नर ने इन सभी बैंको के खिलाफ आरसी भी जारी करा दिया। बैंकों के खिलाफ अपने तरह की यह पहली प्रशासनिक कार्रवाई मानी जा रही है।


कमिश्नर के इस आदेश का असर दिखाई देने लगा है। हवालात जाने के डर से बैंक अफसरों ने किसानों को भुगतान देने की शुरुआत कर दी है। आरसी जारी होने के बाद बैंकों से 1,61,00,000 रुपये की धनराशि वसूल कर 4235 किसानों के खाते में भिजवाई जा चुकी है। जनपद ललितपुर के 16 बैंकों के खिलाफ 7,968 किसानों की कुल 24,06,22,158 रुपये की वापसी के लिए आरसी जारी करायी गई है और जनपद झाँसी के 10 बैकों के खिलाफ 16,261 किसानों से सम्बन्धित धनराशि 24,50,60,277 की आरसी जारी की गयी है।

वर्ष 2019 के भुगतान के लिए ललितपुर जिले के इलाहाबाद बैंक, बैक आफ बडौदा, बैंक आफ इण्डिया, केनरा बैंक, सेन्ट्रल बैंक आफ इण्डिया, आईडीबीआई बैंक, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सर्व यूपी ग्रामीण बैंक, स्टेट बैंक आफ इण्डिया, सिन्डीकेट बैंक, यूनियन बैंक आफ इण्डिया, विजया बैंक, जिला सहकारी बैंक लिमिटेड ललितपुर, एक्सिस बैंक और कारपोरेशन बैंक को आरसी जारी कराई गई। इसी प्रकार जनपद झाँसी के इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ इण्डिया, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया, कारपोरेशन बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईडीबीआई बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, सर्व यूपी ग्रामीण बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया और जिला सहकारी बैंक के खिलाफ आरसी जारी की गई है।

झाँसी मण्डल के कमिश्नर डॉ अजय शंकर पांडेय ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के साल 2018 और 2019 के क्लेम से जुड़े लंबित भुगतान एक सप्ताह में किसानों के खाते में किये जाने के आदेश दिए गए हैं। बैंकों के खिलाफ आरसी भी जारी किये गए हैं। बैंक यदि निर्धारित समय में किसानों के खाते में बीमा क्लेम की धनराशि नहीं भेजते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Janjwar Desk

Janjwar Desk

    Next Story

    विविध