Prayagraj News: डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह चढ़ाया मुसम्मी का जूस, मौत के बाद सील हुआ अस्पताल
Prayagraj News: डेंगू के मरीज को प्लेटलेट्स की जगह चढ़ाया मुसम्मी का जूस, मौत के बाद सील हुआ अस्पताल
Prayagraj News: यूपी के प्रयागराज में डेंगू के एक मरीज को कथित तौर पर प्लेटलेट्स की जगह मौसमी जूस चढ़ा दिया गया, जिससे मरीज की मौत हो गई। मरीज की जान के साथ खिलवाड़ का आरोप प्रयागराज के झलवा स्थित ग्लोबल हॉस्पिटल पर लगा है। परिजनों का कहना है कि प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद डेंगू मरीज की तबीयत खराब होने के बाद दूसरे अस्पताल ले गए, जहां मौत हो गई।
परिजनों ने बताया, "तबीयत खराब होने पर मरीज को ग्लोबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया। डॉक्टर ने प्लेटलेट्स लाने की बात कही। नौ हजार रुपए में प्लेटलेट्स खरीदा, जिसे चढ़ाने के बाद मरीज की मौत हो गई। मामले की शिकायत होने पर सीएमओ ने प्राथमिक जांच कराई तो अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई और अस्पताल को सील कर दिया गया है। पुलिस ने तीन लोगों को नकली प्लेटलेट्स का कारोबार करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
दोषी पर होगी कार्रवाई- बृजेश पाठक
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने CMO प्रयागराज डॉ. नानक सरन को निर्देश दिया है कि ग्लोबल अस्पताल को पहले सील किया जाए इसके बाद जांच कराई जाए। ब्रजेश पाठक ने कहा कि पैकेट में प्लेटलेट्स था या मौसमी का जूस इसकी जांच के लिए उसे भेजा गया है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल प्रशासन ने दिलाया था प्लेटलेट्स- तीमारदार
सोहबतियाबाग के रहने वाले सौरभ त्रिपाठी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बताया कि उसकी बहन की शादी तीन साल पहले बमरौली निवासी प्रदीप पांडेय के साथ हुई थी। प्रदीप को डेंगू होने पर झलवा के ग्लोबल हास्पिटल में भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों ने कहा, प्रदीप का प्लेटलेट्स 13 हजार तक आ गया है, इसलिए तत्काल प्लेटलेट्स की जरूरत है और 8 यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने की बात कही। इस पर तीन यूनिट प्लेटलेट्स SRN ब्लड बैंक से लाया था। उसे चढ़ाने पर मरीज को कुछ नहीं हुआ।
सौरभ ने बताया, पांच यूनिट प्लेटलेट्स जो ग्लोबल अस्पताल ने रुपए लेकर मंगाया था उसमें से चार यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाने के बाद मरीज की हालत गंभीर हो गई तो प्रयाग हार्ट केयर में ले जाया गया। एक यूनिट प्लेटलेट्स जो बचा था उसे देखते ही डॉक्टरों ने बताया कि उसमें मौसमी का जूस मिलाकर नकली बनाया गया है। वहां पता चला कि मरीज के हाथ की नस फट गई, जिससे मौत हाे गई।
प्लेटलेट्स चढ़ाने से पहले नहीं किया जांच
प्रयागराज के सीएमओ डॉ. नानक सरन ने बताया कि प्रथम दृष्टया अस्पताल प्रशासन की लापरवाही दिखी, इसलिए अस्पताल को सील करा दिया गया है और जांच के लिए कमेटी गठित की गई की है। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों को प्लेटलेट्स की जांच करनी चाहिए थी, बिना किसी जांच के मरीज को प्लेटलेट्स चढ़ा दी गई।
ब्लड बैंक का रैपर छपवा बेच रहे नकली प्लेटलेट्स
नकली प्लेटलेट्स और ब्लड का कारोबार करने वाले गिरोह बेली और SRN ब्लड बैंक का ब्लड बैग प्रिंट कराकर उसमें नकली प्लेटलेट्स बेच रहे हैं। मौसमी के जूस और प्लेटलेट्स का कलर एक ही तरह का होता है, इसलिए लोग समझ नहीं पाते कि वह प्लेटलेट्स असली है या नकली। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. अशोक अग्रवाल ने कहा कि दलाल नकली प्लेटलेट्स बेच रहे हैं, इसलिए जिसे भी प्लेटलेट्स चाहिए वह सीधे ब्लड बैंक में संपर्क करे किसी के बहकावे में न आएं।
हमारी गलती नहीं- अस्पताल
ग्लोबल हॉस्पिटल के संचालक सौरभ मिश्रा ने कहा कि प्रदीप पांडेय को डेंगू होने पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसका प्लेटलेट्स 17 हजार हो गया तो डॉक्टर ने प्लेटलेट्स चढ़ाने की बात कही। अस्पताल से पर्चा और सैंपल तीमारदार को दिया गया, तीमारदार कहीं से प्लेटलेट्स लेकर आया। रैपर पर प्लेटलेट्स स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल ब्लड बैंक का लगा था तो हमारे नर्सिंग स्टाफ ने चढ़ाया।
अस्पताल में प्लेटलेट्स की जांच नहीं हो सकती कि वह नकली है या असली। तीमारदार ने किसी दलाल के माध्यम से ब्लड खरीदा होगा और उसे नकली मिल गया। अब इसमें अस्पताल प्रशासन की लापरवाही नहीं है