Bihar News : शराब की जब्त बोतलों से महिलाएं बनाएंगी रंग-बिरंगी चूड़ियां, ट्रेनिंग के लिए भेजा गया यूपी
Bihar News : शराब की जब्त बोतलों से महिलाएं बनाएंगी रंग-बिरंगी चूड़ियां, ट्रेनिंग के लिए भेजा गया यूपी
Bihar News : बिहार में 'नरसंहार की भूमि' से 'विचारों की भूमि' तक एक बहुत ही रोचक परिवर्तन आया है। बिहार में अप्रैल 2016 में जब से राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू की गई थी, अधिकारियों को हर महीने भारी संख्या में जब्त की गई शराब की बोतलों को ठीक से निपटाने में बेहद मुश्किल हो रही थी। अब बिहार में जब्त की गई शराब की बोतलों से चूड़ियां बनाने का फैसला लिया गया है। पीसी हुई शराब की बोतलों से रंग- बिरंगी चूड़ियां बनाना एक ऐसा ही अनूठा उपक्रम है। चूंकि शराब पतियों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने वाली महिलाओं के लिए शराबबंदी लागू की गई थी। ऐसे में राज्य के अधिकारी राज्य की महिलाओं को कुचली हुई शराब की बोतलों से बनी रंगीन कांच की चूड़ियां उपहार के रूप में देकर उनका सम्मान करना चाहते हैं।
चूड़ी बनाने का प्रशिक्षण लेने महिलाओं को भेजा यूपी
बात दें कि बिहार के आबकारी और मद्यनिषेध विभाग ने महिलाओं के एक समूह को चूड़ी बनाने का प्रशिक्षण देने के लिए उत्तर प्रदेश भेजा है, और दुनिया भर में जीविका से जुड़ी महिलाओं को रोजगार देने वाली शराब की बोतलों से चूड़ियां बनाने के लिए इकाइयों को स्थापित करने के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है।
महिलाओं को प्राप्त होंगे रोजगार के अवसर
वहीं इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि महिलाओं को उनके दरवाजे पर सस्ती चूड़ियां मिलेंगी, और चूड़ी निर्माण इकाइयों में उनके लिए रोजगार के पर्याप्त अवसर होंगे। बिहार के आबकारी एवं मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने कहा है कि 'हम छापे के दौरान जब्त की गई शराब की बोतलों की काफी बड़ी संख्या को निपटाने में बेहद मुश्किल महसूस कर रहे थे, लेकिन अब हमने कुचली गई बोतलों से चूड़ियां बनाने की योजना बनाई है।' एक शीर्ष पुलिस अधिकारी से राजनेता बने कुमार ने पुष्टि की कि उन्होंने चूड़ी परियोजना के लिए जीविका को काम पर रखा है।
हर महीने बरामद होती हैं 5 लाख शराब की बोतलें
आबकारी अधिकारियों का कहना है कि हर महीने 5 लाख शराब की बोतलें बरामद की जाती हैं। एक आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक 1 अक्टूबर 2021 तक 1.3 करोड़ लीटर देसी शराब समेत सहित कुल 9 करोड़ लीटर शराब जब्त की गई थी। जब्त की गई लाखों शराब की बोतलों को रोड रोलर्स से कुचल दिया गया था लेकिन उनका अवशेष बर्बाद हो गया और स्वास्थ्य के लिए खतरा भी पैदा हो गया।
शराब से ज्यादा पीड़ित होती हैं महिलाएं
बता दें कि शराबखोरी की सबसे ज्यादा पीड़ित महिलाएं होती हैं। अक्सर शराब के नशे में पतियों द्वारा पत्नियों से मारपीट, दुर्व्यवहार के मामले सामने आते रहते हैं। शराब व शराब दुकानों को बंद करने को लेकर बिहार समेत देश के कई राज्यों में महिलाओं ने ही आंदोलन का नेतृत्व किया था। बिहार व गुजरात में शराबंदी में महिलाओं ने अहम भूमिका निभाई है।