20 हजार में गृहस्थी बेचकर गुजरात से वापस आया परिवार, बोला लूट मची है 5 का सामान 20 में मिल रहा
जनज्वार, कानपुर। कोरोना ने देशभर में कहर मचा रखा है। इस बीच प्रवासी कामगारों ने सबकुछ बंद होने से पहले ही अपने घरों को लौटना शुरू कर दिया है। गुजरात के अहमदाबाद से अपने घर अंबेडकरनगर लौट रहे प्रवासी ने बताया कि उसने सारी गृहस्थी बेचकर 20 हजार रुपये जुटाए। हर जगह इस कदर लूट मची है कि कानपुर तक पहुंचने में ही उसके 10 हजार रुपये खर्च हो गए।
मूलतः यूपी के अंबेडकरनगर निवासी धीरेंद्र ने बताया कि वह पत्नी उर्मिला और बेटे के साथ 3 साल से अहमदाबाद में रह रहे थे। गांव में खेती न होने के कारण वह नौकरी के लिए अहमदाबाद चले गए थे। वहां वह एक कपड़ा फैक्टरी में नौकरी कर रहे थे। उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि हालात फिर से इस कदर बिगड़ जाएंगे कि सबकुछ बेचकर फिर वापस घर लौटना पड़ेगा।
धीरेंद्र पिछले साल लॉकडाउन के दौरान किराये के कमरे में ताला बंद कर बमुश्किल घर पहुंचे थे। हालात सामान्य होने पर परिवार के साथ फिर से काम करने अहमदाबाद पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में वहां के हालात पहले से भी बदतर हो चुके हैं। अब लॉकडाउन की आशंका के बीच उन्होंने पहले ही अहमदाबाद छोड़ दिया।
धीरेंद्र के साथ काम करने वाले दर्जनों लोग अपने घरों का रुख कर गए हैं। इस बार उन्होंने वापस न लौटने की कसम खाई है। धीरेंद्र ने बताया कि घर लौटने के लिए फैक्टरी मालिक से रुपये मांगे, लेकिन उसने देने से इनकार करते हुए वहीं रुकने को कहा। इस पर कमरे में रखा सारा सामान 20 हजार रुपये में बेच दिया।
अहमदाबाद से कानपुर बस अड्डे पहुंचे धीरेंद्र बताते हैं कि कानपुर आते-आते करीब 10 हजार रुपये खर्च हो चुके हैं। उनने बताया कि हर जगह लूट मची हुई है। साथ में पत्नी और बच्चे को देखकर पांच रुपये की चीज 20 रुपये में दी जा रही है। लग रहा सभी लोग इस आपदा में अमीर बन जाना चाहते हैं।