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आंदोलन

अन्नदाताओं की हुंकार: 5000 वालंटियर तो लंगर-मेडिकल कैंप भी, महापंचायत को 20 किसान नेता और 20 खाप प्रधान करेंगे संबोधित

Janjwar Desk
5 Sep 2021 3:40 AM GMT
अन्नदाताओं की हुंकार: 5000 वालंटियर तो लंगर-मेडिकल कैंप भी, महापंचायत को 20 किसान नेता और 20 खाप प्रधान करेंगे संबोधित
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(किसान महापंचायत में पूरी रात किसानों का जत्था पहुंचता रहा)

किसानों का जत्था शनिवार की पूरी रात आता रहा, बताया जा रहा है कि 60 किसान संगठन पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से हैं, वहीं दक्षिणी राज्यों से भी किसान संगठनों से जुड़े लोग शामिल हो रहे हैं..

जनज्वार। तीन केंद्रीय कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आज रविवार को किसानों की महापंचायत हो रही है। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में यह किसान महापंचायत होगी। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार महापंचायत में देशभर के 300 से अधिक किसान संगठन शामिल हो रहे हैं। इन संगठनों के लाखों किसानों के शामिल होने की बात कही जा रही है।

किसान महापंचायत जीआईसी मैदान में सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। 20 किसान नेता और 20 खाप प्रधान संबोधित करेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के मुताबिक, महा पंचायत की तैयारी पूरी हो चुकी है। देश भर के किसान इसमें शामिल होंगे। करीब 5 लाख किसानों को जुटाने का लक्ष्य है।

किसानों का जत्था शनिवार की पूरी रात आता रहा। बताया जा रहा है कि 60 किसान संगठन पंजाब, हरियाणा और राजस्थान से हैं। वहीं दक्षिणी राज्यों से भी किसान संगठनों से जुड़े लोग शामिल हो रहे हैं। ऐसे में एक तरफ जहां महापंचायत में भाग लेने के लिए हजारों किसान मुजफ्फरनगर पहुंचने लगे हैं, वहीं दूसरी तरफ महापंचायत को देखते हुए यूपी पुलिस भी अलर्ट पर है।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि पांच सितंबर की महापंचायत को किसान और मजदूर अपनी अस्मिता से जोड़कर देख रहे हैं। महापंचायत में कितने लोग पहुंचेंगे, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि संख्या की बात छोड़ो, महापंचायत ऐतिहासिक होगी। राकेश टिकैत ने कहा कि उन्होंने "बिल वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं" का संकल्प ले रखा है। वह आंदोलन शुरू होने के बाद अब तक मुजफ्फरनगर की सीमा में नहीं गए। संयुक्त किसान मोर्चा के आदेश पर वह रविवार को मुजफ्फरनगर में बुलाई गई महापंचायत में जरूर पहुंचेंगे, लेकिन अपने घर नहीं जाएंगे।

मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान महापंचायत को लेकर प्रशासन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। मुजफ्फरनगर को छावनी में तब्दील कर दिया गया। शनिवार को डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। डीआईजी ने बताया कि पंचायत में सुरक्षा को देखते हुए पैरामिलिट्री, आरएएफ और पीएसी फोर्स तैनात की गई है। जोन और पुलिस मुख्यालय से भी भारी पुलिसबल मुजफ्फरनगर में तैनात किया गया है। सहारनपुर मंडल में हाईअलर्ट पर रखा गया है।

भाकियू पदाधिकारियों के अनुसार बाहर से काफी संख्या में किसान-मजदूर इस महापंचायत में पहुंचेंगे। इतनी भीड़ के बीच व्यवस्था बनाए रखना बड़ी चुनौती है। पांच हजार वालंटियर तैयार किए गए हैं। पुलिस के साथ मिलकर यह व्यवस्था संभालने में मदद करेंगे। महापंचायत की व्यवस्था में लगे भाकियू मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने मुजफ्फरनगर के लोगों से एक दिन किसानों के नाम करने की अपील की है।

भाकियू मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि दूसरे प्रदेशों से किसानों का मुजफ्फरनगर पहुंचना शुरू हो गया है। लंगर सेवा शुरू कर दी है। किसान परिवारों से और किसानी के प्रति लगाव रखने वाले चिकित्सकों और चिकित्सालयों की मदद से करीब सौ मेडिकल कैंप लगाए जा रहे हैं। एंबुलेंस सेवा की भी व्यवस्था रहेगी। शहर को जाम से बचाने के लिए पार्किंग बनाई गई हैं। किसान पंचायत में आने वाले किसानों से अपने वाहन पार्किंग में लगाकर आयोजन स्थल पर पैदल जाने की अपील की गई है।

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