किसान संगठन आज करेंगे रेल का चक्का जाम, बंद को लेकर रेलवे ने भी की तैयारी
File photo
जनज्वार। केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी की मांग कर रहे किसान लगभग तीन महीनों से आंदोलन पर हैं। इसी कड़ी में आज यानि 18 फरवरी को किसान संगठन रेल रोको आंदोलन करने जा रहे हैं।
सरकार के साथ आंदोलनकारी नेताओं की 11 दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। सरकार ने किसान यूनियनों को नए कृषि कानूनों के अमल पर 18 महीने तक रोक लगाने का प्रस्ताव दिया था,लेकिन अबतक बात नहीं बन सकी है।
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने आज रेल रोकने की घोषणा की है। किसानों ने दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक रेल रोकने का ऐलान किया है। किसान नेताओं के मुताबिक इस दौरान रेल यात्रियों को चाय पिलाई जाएगी। बीच रास्ते में ट्रेन रोकने से बचा जाएगा। रेलगाड़ियों पर माला पहनाकर रेलगाड़ियां रोकी जाएंगी।
इससे पहले बुधवार को किसान नेताओं ने कहा कि आंदोलनकारी किसान रेलवे स्टेशनों पर जाकर रेल यात्रियों से संवाद स्थापित करेंगे और उन्हें बताएंगे कि वे किसान, जिन्हें अपने खेत में होना चाहिए था, करीब तीन माह से दिल्ली की सीमाओं पर हैं। भारत सरकार उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करे, इसके लिए वे रेल यात्रियों से समर्थन की अपील भी करेंगे।
उधर भाकियू ने यूनियन के कार्यकर्ताओं से दूध, चाय और पानी की व्यवस्था कर अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन पर पहुंचने का आह्वान किया है। यूनियन की ओर से कहा गया है कि रेल रोकने के दौरान शांति बनाए रखें। रेल यात्रियों से भी आह्वान किया गया है कि किसान की बात सुनने के लिए वे भी अपना थोड़ा सा समय दें और आंदोलन में सहयोग करें।
उधर किसान संगठनों की इस घोषणा को देखते हुए रेलवे स्टेशनों और रेल पटरियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रेलवे सुरक्षा विशेष बल के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। यह भी कहा जा रहा है कि जरूरत पड़ने पर प्रभावित इलाकों में रेल संचालन बंद कर दिया जाएगा।
रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार ने मीडिया को बताया है कि पंजाब, हरियाणा, उप्र व बंगाल सहित कुछ अन्य इलाकों में आरपीएसएफ के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है।