हल्द्वानी के कमलवा गांजा में अल्पसंख्यक समाज के युवा पर जानवर के साथ अप्राकृतिक कृत्य का आरोप मनगढ़ंत, संगठनों ने सौंपा SSP को ज्ञापन
Haldwani news : हल्द्वानी के कमलवा गांजा में अल्पसंख्यक मुस्लिम समाज की पिछले लगभग 1 सप्ताह से जबरन बंद कराई गयीं दुकानें खुलवाए जाने, कथित तौर पर जानवर के साथ अप्राकृतिक कृत्य के मामले में गिरफ्तार निर्दोष नफीस को तत्काल रिहा किए जाने एवं अल्पसंख्यकों को सुरक्षा दिए जाने आदि मांगों को लेकर उत्तराखंड के विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक संगठनों ने एसएसपी नैनीताल को पुलिस क्षेत्राधिकारी हल्द्वानी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया तथा आगामी 2 जुलाई को हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में सद्भावना सम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की।
एसएसपी को प्रेषित ज्ञापन में कहा गया है कि प्राप्त जानकारी के अनुसार जानवर के साथ अप्राकृतिक कृत्य करने के आरोप में गिरफ्तार नफीस अपनी धनराशि का भुगतान लेने के लिए शिकायतकर्ता महेश चंद्र के पास गया था। अपनी मजदूरी लेने गए नफीस के सत्ताधारी सरकार से वरदहस्त प्राप्त असामाजिक तत्वों द्वारा मारा पीटा गया तथा उसके बाल काटकर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी किए गए। उस पर मनगढ़ंत आरोप लगाये गये। इतना ही नहीं असामाजिक तत्वों द्वारा अल्पसंख्यकों की दुकानें भी जबरन बंद करा दी गईं। अब उन्हें दुकानें खाली कर गांव छोड़ने की धमकी दी जा रही है। इस कारण अल्पसंख्यक समाज में दहशत का माहौल व्याप्त है।
सामाजिक संगठनों का आरोप है कि पुलिस ने भी बगैर जांच किए एक निर्दोष व्यक्ति नफीस को जेल में बंद किया हुआ है। कमलवा गांजा में कानून व्यवस्था बिल्कुल खत्म हो चुकी है तथा असामाजिक तत्वों के हौसले बुलंद हैं।
देश के संविधान का अनुच्छेद 19 देश में सभी नागरिकों को किसी भी क्षेत्र में रहने, बसने एवं व्यापार करने का अधिकार देता है, परंतु कमलवा गांजा में संवैधानिक मूल्यों का खुलेआम उल्लंघन किया जा रहा है। माननीय सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेशित किया है कि हेट स्पीच के लिए जिम्मेदार लोगों पर पुलिस स्वतः संज्ञान लेकर मुकदमा कायम करें।
पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बुद्ध पार्क पहुंचकर संगठनों का ज्ञापन स्वीकार किया। कार्यक्रम में सर्वोदय मंडल के इस्लाम हुसैन, उत्तराखंड सद्भावना समिति के भुवन पाठक, सर्वोदय मंडल के गोपाल भाई, सुन्दर बरोलिया, उपपा के प्रभात ध्यानी, चिंताराम, महिला एकता मंच की कौशल्या, किसान संघर्ष समिति के ललित उप्रेती, वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के गोपाल लोधियाल, तरुण जोशी, भाकपा माले के केके बोरा, समाजवादी लोक मंच के मुनीष कुमार, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राहुल छिंबाल, इंकलाबी मजदूर केंद्र के रोहित रुहेला, भीम आर्मी के नफीस अहमद, विकास कुमार, हरीश लोधी, संदीप भसौड़ा, सुलेमान मलिक, सुहेल सिद्दीकी, मनोज शर्मा, दिनेश उपाध्याय, अखलाक खान, सरताज आलम आदि शामिल हुए।