GST में सुधार की मांग को लेकर देश के व्यापारियों का आज भारत बंद, ट्रांसपोर्टर्स ने भी दिया है समर्थन,
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
जनज्वार। वस्तु व सेवा कर यानि GST की खामियों को दूर कर सरल बनाने, ई-कॉमर्स कंपनियों पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर आज देशभर के व्यापारियों का भारत बंद शुरू हो गया है। ऑल इंडिया ट्रांसपोटर्स वेलफेयर एसोसिएशन (AITWA) ने भी कैट का समर्थन कर आज ही चक्का जाम का ऐलान किया है।
लिहाजा, आज सभी व्यावसायिक बाजार तो बंद रहेंगे ही, डिलीवरी सेवा और ट्रांसपोर्टर्स के ऑफिस भी बंद रहेंगे। दावा किया जा रहा है कि इस बंद में 8 करोड़ छोटे कारोबारी, करीब 1 करोड़ ट्रांसपोर्टर्स सहित लघु उद्योग से जुड़े लोग शामिल हो रहे हैं।
'कैट' ने बताया है कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और जीएसटी परिषद से जीएसटी के कठोर प्रावधानों को खत्म करने की मांग की जा रही है।इसी मांग को लेकर आज देशभर में 1500 जगहों पर धरना दिया जाएगा। देश भर के सभी बाजार बंद रहेंगे। कैट की ओर से कहा गया है कि सभी राज्यों के अलग-अलग शहरों में धरना प्रदर्शन होगा।
यह भी बताया गया कि सभी राज्य स्तरीय-परिवहन संघों ने भारत सरकार की ओर से पेश किए गए नए ई-वे बिल कानूनों के विरोध में कैट का समर्थन किया है। ट्रांसपोर्ट कार्यालयों को इस दौरान पूरी तरह बंद रखने की घोषणा की गई है। किसी भी प्रकार की माल की बुकिंग, डिलिवरी, लदाई और उतराई भी बंद रहेगी। परिवहन कंपनियों को विरोध के लिए सुबह 6 से शाम 8 बजे के बीच अपने वाहन पार्क करने को कहा गया है।
उधर देश के ट्रांसपोर्ट सेक्टर के अलावा बड़ी संख्या में व्यापारिक संगठनों ने भी आज के इस बंद का समर्थन किया है। इसमें ऑल इंडिया एफएमसीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स फेडरेशन, फेडेरेशन ऑफ एल्युमिनियम यूटेंसिल्स मैन्यूफैक्चरर्स एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन, नॉर्थ इंडिया स्पाईसिस ट्रेडर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया वूमेंन एंटेरप्रैन्योर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया कंप्यूटर डीलर एसोसिएशन, ऑल इंडिया कॉस्मेटिक मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन शामिल हैं।
भारत बंद को संयुक्त किसान मोर्चा ने भी समर्थन दिया है। किसान बिल के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी किसानों से अपील की है कि वह ट्रांसपोर्टर्स और ट्रेड यूनियन की तरफ से किए जा रहे भारत बंद में शामिल हों। वहीं चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एसोसिएशन और टैक्स एडवोकेट्स के ऑफिस भी बंद रहेंगे।