Agnipath scheme updates : 10 साल में 3 लाख तक घट जाएगी सेना में जवानों की संख्या, तो सरकार को नहीं है सुरक्षा की परवाह
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Agnipath scheme updates : अग्निपथ योजना को लेकर भले ही मामला अभी थमता दिख रहा है, लेकिन आने वाले समय में इस मुद्दे पर नये सिरे से बवाल की संभावना बनी हुई है। बिहार, यूपी जैसे राज्यों में कई युवा अभी भी इस योजना ( Agnipath Scheme ) का विरोध कर रहे हैं। ताजा अपडेट यह है कि अग्निपथ योजना के तहत मोदी सरकार ( Modi Government ) सेना ( Indian army ) में जवानों की संख्या कम करना चहती है। इसे 13 लाख से कम कर 10 लाख तक ले जाने की योजना है।
अग्निपथ योजना ( Agnipath Scheme ) को लेकर जो खबरें सामने आ रहीं हैं उकसे मुताबिक सरकार सिर्फ पेंशन को कम नहीं करना चाहती है, बल्कि आने वाले समय में आर्मी में जवानों की संख्या को कम करने पर भी जोर दिया जा रहा है। वर्तमान में सेना में जवानों की संख्या 13 लाख से ज्यादा है। आने वाले सालों में 11 लाख के अंदर में लाने की कोशिश की जाएगी। आगामी दस साल में एक तय प्रक्रिया के तहत इस काम को अंजाम दिया जाएगा।
इसके पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि अगर देश की सेना ( Indian army ) को आधुनिक बनाना है तो उसे टेक्नोलॉजी में एंडवास बनाना होगा। ऐसे में सेना को मैनपॉवर इंटेनसिव नहीं बना सकते हैं। यानि 10 से 15 साल बाद भारतीय सेना में जवानों की संख्या 10 से 10.5 लाख पर पहुंच जाएगी। फिर कई सालों तक इसे इसी आंकड़े के इर्द-गिर्द रखा जा सकेगा।
जानकारी तो ये भी है कि अग्निपथ स्कीम ( Agnipath Scheme ) की वजह से चार साल के अंदर 75 फीसदी से ज्यादा जवान सेना छोड़ जाएंगे। ऐसे में लंबे समय में पेंशन का बोझ भी कम होता जाएगा। इन्हीं मुद्दों को ध्यान में रखते हुए सरकार ये अग्निपथ योजना लेकर आई है।
ऐसा क्यों कर रही सरकार
बताया जा रहा है सरकार की सबसे बड़ी चुनौती ये भी है कि डिफेंस बजट बढ़ाने के बावजूद भी सेना के पास नए और ताकतवर हथियारों की कमी रहती है। इसका कारण ये है कि अभी भी रक्षा बजट का बड़ा हिस्सा पेंशन देने में निकल जाता है। 2022 में रक्षा बजट के लिए 5,25,166.15 करोड़ रुपए दिए गए थे लेकिन इसमें नए हथियारों की खरीदारी के लिए सिर्फ 1,52,369.61 करोड़ रुपए ही बचे हैं।
औसत उम्र कम करने की भी है योजना
अग्निपथ योजना Agnipath Scheme के सेना में जवानों की औसतन उम्र को भी कम किया जा सकता है। समय के साथ इसे भी कम करना एक चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। सरकार मानकर चल रही है कि अग्निपथ योजना इस दिशा में भी कारगर सिद्ध हो सकती है। कहा जा रहा है कि आने वाले सालों में औसतन उम्र 30 से कम होकर 25 तक पहुंच जाएगी।
जवानों की संख्या कम करना खतरनाक सौदा
Agnipath scheme updates : सरकार की इस योजना को रक्षा विशेषज्ञ देश के लिए खतरा मानकर चल रहे हैं। जानकारों का कहना है कि भारत के सामने चीन और पाकिस्तान के साथ अन्य पड़ोसी देश भी आने वाले सुरक्षा खतरों को बढ़ा दे सकते हैं। पाकिस्तान के साथ तनाव 75 सालों से हैं। पहले डोकलाम और उसके बाद गलवान के बाद से चीन के साथ भी भारत का तनाव चरम पर है। ऐसे में टू फ्रंट वार की स्थिति बनने पर भारतीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसलिए जवानों की संख्या को कम करना खतरनाक सौदा साबित हो सकता है।