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राष्ट्रीय

AIMIM Chief असदुद्दीन ओवैसी का मोदी पर हमला, हॉट स्प्रिंग्स पर चीन के दावे का सच क्या है, चुप्पी तोड़े सरकार

Janjwar Desk
17 March 2022 7:08 AM GMT
मोदी याद रखें, बिलकिस बानो केवल मुसलमानों का नहीं भारत की तमाम महिलाओं का मसला है : ओवैसी
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मोदी याद रखें, बिलकिस बानो केवल मुसलमानों का नहीं भारत की तमाम महिलाओं का मसला है : ओवैसी

AIMIM Chief प्रमुख का कहना है कि चीन दावा कर रहा है कि लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में भारत के साथ जो विवाद था, वो हल हो चुका है।

नई दिल्ली। चीन के विदेश मंत्री वांग यी के नई दिल्ली दौरे से ठीक पहले आल इंडिया मजलिस-इ-इत्तेहादुल मुस्लिमीन चीफ असदुद्दीन ओवैसी ( AIMIM Chief Asaduddin Owaisi ) ने सीमा विवाद ( India China border dispute ) को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) पर हमला बोला है। उन्होंने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र के हॉट स्प्रिंग्स ( Hot Springs ) पर मोदी सरकार ( Modi Government ) से चुप्पी तोड़ने की अपील है। असदुद्दीन ओवैसी ने हॉट स्प्रिंग्स की वर्तमान हैसियत पर सरकार से स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।

क्या चीन का दावा सही है?

एआईएमआईएम सुप्रीमो ओवैसी ओवैसी ( AIMIM Chief Asaduddin Owaisi ) ने कहा है कि चीन दावा कर रहा है कि लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में भारत के साथ जो विवाद था, वो हल हो चुका है। क्या यह सच है। केंद्र सरकार इस बात को कन्फर्म करेगी। या फिर चीन गलत दावा ( Chinese Claim ) कर रहा है। अगर सच है तो पिछले दो चरणों की बैठक हुई थी, वो किसलिए हुई थी, सरकार इस बात को लेकर स्थिति स्पष्ट करे।

असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि मैंने निजी रूप से लद्दाख बॉर्डर पर स्थिति को लेकर सवाल उठाया है कि हमारे जवानों को उन जगहों पर पेट्रोलिंग नहीं करने दी जा रही है, जहां वे पहले किया करते थे। इस मुद्दे पर सरकार ने अब तक सच नहीं बताया है। संसद को भी इसकी जानकारी नहीं दी है। वह चुप है और देश को गुमराह किया जा रहा है।

विवाद सुलझाने में नहीं मिली कामयाबी

11 मार्च को भारत और चीन के बीच 15वें दौर की सैन्य वार्ता हुई थी। दोनों देश लंबित मुद्दों को सुलझाने में कामयाबी नहीं मिली। दोनों देश जल्द से जल्द समाधान तक पहुंचने के लिए बातचीत जारी रखने को सहमत जरूर हुए हैं। दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल के बीच लगभग 13 घंटे तक बैठक चली थी। एक दिन बाद दोनों पक्षों ने शनिवार को एक संयुक्त बयान में एक बार फिर से कहा कि इस तरह का एक समाधान पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर शांति व स्थिरता बहाल करने में मदद करेगा। यह वर्ता पूर्वी लद्दाख में एलएसी से भारतीय क्षेत्र की ओर चुशुल-मोल्दो बॉर्डर प्वाइंट पर कोर कमांडर स्तर पर हुई थी।

ताजा अपडेट के मुताबिक भारत ने देपसांग बल्ग और डेमचोक में लंबित मुद्दों के समाधान सहित टकराव वाले शेष स्थानों से सैनिकों को शीघ्र हटाने पर जोर बैठक में जोर दिया। जबकि वार्ता के केंद्र में हॉट स्प्रिंग्स चेक प्वाइंट 15 में सैनिकों को हटाने की रूकी पड़ी प्रक्रिया को पूरा करना था।

बता दें कि पैंगोंग झील इलाके में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच एक हिंसक झड़प के बाद दोनों पक्षों के बीच पूर्वी लद्दाख गतिरोध पांच मई 2020 को पैदा हुआ था। उसके बाद से दोनों देशों के एलएसी पर अभी करीब 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं।

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