Bihar : बेरोजगार अभ्यर्थियों पर लाठी बरसाने वाले पटना के ADM पर गिरी गाज, पद से धोना पड़ा हाथ
बेरोजगार अभ्यर्थियों पर लाठी बरसाने वाले पटना के एडीएम पर गिरी गाज, पद से धोना पड़ा हाथ
Bihar News : बिहार की राजधानी पटना ( Patna ) में अगस्त में हुए एक प्रदर्शन के दौरान शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज करने के आरोप में पटना के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट कृष्ण कन्हैया प्रसाद सिंह ( ADM KK Singh ) को पद से हटा दिया गया है। नीतीश सरकार ( Nitish Government ) ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें पद से हटाने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद 22 अगस्त को शिक्षक अभ्यर्थियों ने नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था। इस दौरान एडीएम केके सिंह इतना आग बबूला हो गए कि उन्होंने एक अभ्यर्थी की बेरहमी से सड़क पर लिटाकर पिटाई की थी।
इस घटना को लेकर एक वीडियो भी वायरल हुआ था। वीडियो में पटना के एडीएम लॉ एंड ऑर्डर केके सिंह ( ADM KK singh ) प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठी बरसाते हुए साफ नजर आ रहे थे। इसके बाद से उन पर कार्रवाई की मांग चल रही थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद उन्हें पद से हटाने का फैसला लिया गया है।
एक प्रत्यक्षदर्शी द्वारा एडीएम केके सिंह ( ADM KK Singh ) द्वारा बेरोजगार अभ्यर्थियों के इस करतूत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बासामने आया था। वीडियों में शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थी बड़ी संख्या में डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने इन अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया था। इस वजह से कई अभ्यर्थियों को चोटें भी आई थीं। प्रदर्शन के दौरान केके सिंह ने भी प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज किया था। इसी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसमें घायल अवस्था में सड़क पर पड़े एक अभ्यर्थी पर केके सिंह ने लाठी से कई वार किए थे।
शिक्षक भर्ती को लेकर प्रदर्शन कर रहे ये अभ्यर्थी सातवें चरण की शिक्षक भर्ती की बहाली की मांग कर रहे थे। इनका कहना था कि अविलंब बहाली प्रक्रियी शुरू कर दी जाए। इसके अलावा, ये बीटीईटी की भी मांग कर रहे थे। पिछले महीने 22 अगस्त को एक प्रदर्शन के दौरान वह शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठी चलाते नजर आए थे।
Bihar News : हाल ही में शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांग को लेकर बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मिलने पहुंचे थे। उन्हें डिप्टी सीएम से मिलने नहीं दिया गया था। इस पर अभ्यर्थी काफी नाराज थे और वह आरजेडी के उस वादे को दहरा रहे थे, जो पार्टी ने सत्ता में आने से पहले उनसे किए थे। अभ्यर्थियों का कहना था कि हम आरजेडी के सत्ता में आने से खुश थे क्योंकि आरजेडी ने वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद हमारी मांगे पूरी कर दी जाएंगी।