Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

BJP को मिला एक साल में सबसे ज्यादा 720 करोड़ का कॉर्पोरेट चंदा, Prudent Electoral Trust क्या है जिसने सालभर में ही दिया 38 बार डोनेशन

Janjwar Desk
5 April 2022 10:24 AM GMT
BJP को मिला एक साल में सबसे ज्यादा 720 करोड़ का कॉर्पोरेट चंदा, Prudent Electoral Trust क्या है जिसने सालभर में ही दिया 38 बार डोनेशन
x

BJP को मिला एक साल में सबसे ज्यादा 720 करोड़ का कॉर्पोरेट चंदा, Prudent Electoral Trust क्या है जिसने सालभर में ही दिया 38 बार डोनेशन

BJP : एडीआर की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया हि कि 2017-18 और 2018-19 के बीच कॉरपोरेट्स से राष्ट्रीय पार्टियों को दिए जाने वाले चंदे में 109 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई....

BJP : राजनीति में पारदर्शिता के लिए काम करने वाली संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक कॉर्पोरेट व व्यावसायिक संगठनों ने वित्तीय वर्ष 201-20 में भारतीय जनता पार्टी को सबसे ज्यादा 720.407 करोड़ रुपये का चंदा दिया। रिपोर्ट के मुताबिक इन संगठनों के द्वारा सभी राजनीतिक दलों को 921.95 करोड़ रुपये का चंदा दिया गया। इन पार्टियों को सबसे ज्यादा चंदा प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट की ओर से दिया गया है। इसने एक ही साल में 38 बार भाजपा (BJP) तो 38 बार कांग्रेस को चंदा दिया है। इसने दोनों पार्टियों को कुल 247 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। आइए जानते हैं प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट क्या है और इलेक्टोरल ट्रस्ट क्या होता है-

प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट क्या है-

प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट (Prudent Electoral Trust) देश का सबसे अमीर इलेक्टोरल ट्रस्ट माना जाता है। कॉरपोरेट जगत से राजनीतिक पार्टियों को मिलने वाले चंदे का लगभग नब्बे प्रतिशत हिस्सा इसके पास रहता है। इसे पहले सत्य इलेक्टोरल ट्रस्ट के नाम से जाना जाता था।

चंदे में 109 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी

एडीआर की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया हि कि 2017-18 और 2018-19 के बीच कॉरपोरेट्स से राष्ट्रीय पार्टियों को दिए जाने वाले चंदे में 109 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। एडीआर ने यह रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को पार्टियों की ओर से एक वित्तीय वर्ष में 20 हजार रुपये से अधिक का चंदा देने वाले दानकर्ताओं की जानकारी पर तैयार किया है।

5 राजनीतिक पार्टियों के चंदे का किया विश्लेषण

एडीआर की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया हि कि 2017-18 और 2018-19 के बीच कॉरपोरेट्स से राष्ट्रीय पार्टियों को दिए जाने वाले चंदे में 109 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। एडीआर ने यह रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को पार्टियों की ओर से एक वित्तीय वर्ष में 20 हजार रुपये से अधिक का चंदा देने वाले दानकर्ताओं की जानकारी पर तैयार किया है।


भाजपा को मिला सबसे ज्यादा चंदा

रिपोर्ट के मुताबिक प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट साल 2013-14 से भाजपा का सबसे ज्यादा चंदा देने वालों में शामिल रहा है। वहीं कांग्रेस के शेयर में गिरावट आई। प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट की ओर से दिए दोनों पार्टियों को दिए चंदे बड़ा फर्क है। 2019-20 में भाजपा को 216 करोड़ रुपये का चंदा दिया गया जबकि कांग्रेस को मात्र 31 करोड़ रुपये का चंदा मिला है।

सबसे ज्यादा फंड देने वाले ट्रस्ट

प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट के अलावा कई अन्य संगठन में भी पार्टियों के लिए चंदा देते हैं। 2019-20 में राजनीतिक पार्टियों को सबसे ज्यादा चंदा देने वालों में प्रूडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट, आईटीसी लिमिटेड, जनकल्याण इलेक्टोरल ट्रस्ट, बीजी शिर्के कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और पंचशील कॉरपोरेट पार्क प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।

Next Story

विविध