Boxer Nikhat Zareen : विश्व विजेता निखत जरीन के लिए अब तक क्यों नहीं की गयी किसी आर्थिक पुरस्कार की घोषणा?
Boxer Nikhat Zareen : विश्व विजेता निखत जरीन के लिए अब तक क्यों नहीं की गयी किसी आर्थिक पुरस्कार की घोषणा
Boxer Nikhat Zareen : निखत जरीन (Boxer Nikhat Zareen) ने तुर्की में आयोजित महिला बॉक्सिंग विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। उनके लिए शुभकामनाओं का तातां लग गया है। आपको बता दें कि निखत तेलंगाना के निजामाबाद की रहने वाली है।
निखत के विश्व चैंपियनशिप (Boxer Nikhat Zareen) जीतने के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने उनकी उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी है। वहीं स्पोर्ट्स अथॉरिटी आॅफ इंडिया ने भी ट्वीट कर उन्हें गोल्ड मेडल जीतने पर बधाई दी है। उन्होंने निखत की उपलब्धि के लिए उन्हें सराहा है।
निखत की जीत के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और अन्य राज्य मंत्रियों ने भी उन्हें शुभकामनाएं दी है। पर जैसा कि पहले दूसरे खिलाड़ियों के साथ हो रहा था इस बार अब तक निखत (Boxer Nikhat Zareen) के लिए किसी आर्थिक सहायता की घोषणा नहीं की गयी है। सिर्फ तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने अपनी ओर से निखत के लिए पांच लाख रुपए की राशि इनाम के तौर पर देने की घोषणा की है।
इससे पहले पीवी सिंधू, सायना नेहवाल और सानिया मिर्जा के मामले में सरकारों ने दरियादिली दिखायी थी वो निखत (Boxer Nikhat Zareen) के मामले में अब तक नहीं दिखायी दी है। जब इन खिलाड़ियों ने बढ़िया उपलब्धि हासिल की थी तो मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने उनके लिए कैश से लेकर जमीन तक भी उन्हें इनाम में देने की घोषणा की थी। पर तेलंगाना की नई बॉक्सिंग चैंपियन निखत के मामले में अब तक कोई आर्थिक लाभ या भूखंड देने की घोषणा नहीं की गयी है।
आपको बता दें कि इससे पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने विश्व की सबसे उंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने पर मालवत पूर्णा और आनंद कुमार के लिए 25 लाख रुपए के इनाम की घोषणा की थी। उनके कोच बी शेखर बाबू के लिए भी 25 लाख रुपए कैश की घोषणा की गयी थी।
उन दोनों पर्वतारोहियों के लिए तेलंगाना असेंबली में रिजोल्यूशन लाकर 5 एकड़ की कृषि योग्य भूमि देने की भी घोषणा की गयी थी। साथ ही, उस भूमि के लिए फ्री बोरवेल, फ्री बिजली कनेक्शन और एक साल तक के लिए खेती के लिए इंवेस्टमेंट की घोषणा भी सरकार की ओर से की गयी थी।
आपको बता दें कि निजामाबाद की मालवथ पूर्णा ने 13 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़कर इसे फतह करने वाली सबसे कम उम्र की पर्वतारोही बनी थी। विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली निखत भी निजामाबाद की ही रहनेवाली है पर उनके लिए अब तक ऐसी किसी पुरस्कार की घोषणा नहीं की गयी है।
इसी शहर की रहने वाली एक और महिला शूटर ईशा सिंह के लिउ भी पुरस्कार और आर्थिक सहायता की घोषणा राज्य सरकार की ओर से की गयी थी। इसके अलावा ईशा सिंह को बाल शिक्षा पुरस्कार और राष्ट्रपति की ओर से आकाश पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
पर निखत के मामले में अब तक इस तरह की कोई पहल नहीं गयी है। अब तक लोग आश्चर्य में हैं कि आखिर अब तक विश्व विजेता निखत के लिए किसी बड़े पुरस्कार या आर्थिक सहायता की घोषणा क्यों नहीं की गयी है। आपको बता दें कि निखत जरीन (Boxer Nikhat Zareen) को विश्व विजेता बनने पर प्रतियोगिता के आयोजकों की ओर से 1 लाख डॉलर ;करीब 75 लाख रुपएद्ध की राशि पुरस्कार के तौर पर दी गयी थी। उसके बाद सिर्फ तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने उन्हें पुरस्कार के रूप में 5 लाख रुपए देने की घोषणा की है।