Chattisgarh News : छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर शामत, जशपुर में कांग्रेस ने सभी न्यूज संस्थानों के खिलाफ थाने में दिया आवेदन !
(जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी न्यूज़ संस्थानों के खिलाफ थाने में आवेदन दिया है) pic- social media
Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर एक तरह से शामत आ गई है। यहां कहीं पत्रकारों पर एफआईआर दर्ज हो रहे हैं तो कहीं गिरफ्तारी हो रही है। इस बीच एक जिले में कांग्रेस अध्यक्ष ने सारे न्यूज़ एजेंसी, चैनल, पोर्टल और प्रिंट मीडिया आदि के विरुद्ध एफआईआर के लिए आवेदन दे दिया है। अब इसे लेकर पत्रकार हैरत में हैं और आपत्ति भी जता रहे हैं।
वहीं, कुछ स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के हवाले से कहा गया है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में भ्रामक एवं तथ्यहीन समाचार प्रकाशित करने वाले सभी न्यूज एजेंसी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराया जा रहा है। इसी कड़ी में जशपुर कांग्रेस कमेटी ने कुनकुरी थाना में एफआईआर दर्ज कराया गया है।
दरअसल, राज्य के जशपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष सागर यादव, संसदीय सचिव यूडी मिंज, प्रवक्ता आध्या शंकर त्रिपाठी सहित कांग्रेसी नेताओं ने पार्टी के लेटरहेड पर न्यूज एजेंसी, वेब पोर्टल, सोशल मीडिया के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हुए कार्यवाही की मांग की है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष के निजी सहयोगी द्वारा दिए गए विज्ञप्ति में एफ आई आर दर्ज कराए जाने की बात कही गई है लेकिन जसपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि एफ आई आर दर्ज नहीं किया गया है सिर्फ ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई है। अब स्थानीय पत्रकार कह रहे हैं कि देश में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी व्यक्ति विशेष या पत्र समूह का जिक्र किये बिना एक प्रकार से समस्त मीडिया के विरुद्ध सामूहिक कार्यवाही के मांग की बात कही गई है।
कुनकुरी थाने में कार्यवाही की मांग करते हुए अध्यक्ष द्वारा लिखा गया है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री व सरकार को बदनाम करने न्यूज एजेंसी , वेब पोर्टल एवं सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार आये दिन भ्रामक दुश्प्रचार समाचार प्रकाशित हो रहा है।
जिससे प्रदेश मे सामाजिक सौहाद्र भाईचारा खतरे में हैं , यदि इसी प्रकार के समाचारों का प्रचार – प्रसार लगातार होता रहा तो आने वाले समय में शांतिप्रिय एवं खुशहाल छत्तीसगढ़ का वातावरण जहरीला हो जायेगा और आने वाली पीढ़ी के लिये जीवन जीना बहुत ही कठिन होगा।
साथ ही प्रदेश में दंगा फसाद का वातावरण बनेगा छत्तीसगढ़ सरकार की छवि खराब करने के उद्देश्य से भ्रामक एवं तथ्यहीन समाचार प्रकाशित करने वाले सभी न्यूज एजेंसी के विरुद्ध कार्यवाही की बात कही गई है।
पत्र में मांग की गई है कि असामाजिक तत्व अशांतिप्रिय प्रिंट इलेक्ट्रानिक, बेब पोर्टल यूट्यूब सोशल मिडीया इत्यादि पर भ्रामिक कथित पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही की जाए। हलाकि शिकायत पत्र में किसी खबर, पत्रकार या भ्रामक ख़बर का उदाहरण या प्रति नहीं दी गई है, जिससे यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि किसी खबर विशेष, घटना या सभी खबरों को लेकर यह एफआईआर है।
बता दें कि राजधानी रायपुर में भी एक मामला सामने आया है। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार विधायकों के दिल्ली दौरे को लेकर दो पत्रकारों ने एक रिपोर्ट की थी। इस रिपोर्ट को विधायकों ने आपात्तिजनक माना था। इसके बाद दो विधायकों ने इन पत्रकारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। राजधानी रायपुर के सिविल लाइन थाने में विधायक बृहस्पति सिंह और कुलदीप जुनेजा ने एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी।
विधायकों के खिलाफ सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह पूरा मामला सिविल लाइन थाने का बताया जा रहा है, जहां पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मधुकर दुबे और अवनीश पलिवार को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों ने सरकार और दिल्ली दौरे पर गए पत्रकारों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी।
इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के विधायक बृहस्पति सिंह ने एनबीटी से कहा कि बीते दिनों सूचना प्राप्त हुई कि एक निजी पोर्टल ने विधायकों के दिल्ली दौरे को लेकर गलत तरीके से टिप्पणी की थी। इसमें आपत्तिजनक शब्दों को लिखा गया था। छत्तीसगढ़ सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ अस्थिरता पैदा करने आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया गया था, जिसमें दिल्ली हाईकमान का भी उल्लेख किया गया था।