किसानों ने दिल्ली-गाजियाबाद मार्ग को किया जाम, पुलिस ने ट्रैफिक किया डायवर्ट
जाम किया गया दिल्ली-यूपी बाॅर्डर। Photo Credit - ANI Twitter.
जनज्वार। प्रदर्शनकारी किसानों ने मंगलवार को दिल्ली-गाजियाबाद मार्ग को जाम कर दिया। इस मार्ग पर पहले से ही गाजियाबाद से दिल्ली की ओर ट्रैफिक बंद था, जिसे आज किसानों ने पूरी तरह से जाम कर दिया। इस मार्ग को जाम किए जाने से दिल्ली से गाजीपुर की ओर और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर दोनों का ट्रैफिक प्रभावित हुआ है।
Ghazipur border closed for traffic from Delhi to Ghaziabad. It was already closed for traffic from Ghaziabad to Delhi. Traffic diverted from Nizammudin Khattha, Akshardham & Ghazipur Chowk for onward journey via Anand Vihar, Apsara, Bhopra,DND: Addl CP Traffic, Outer Range, Delhi https://t.co/t0Pa74e8dW
— ANI (@ANI) December 22, 2020
दिल्ली की ट्रैफिक पुलिस ने कहा है कि निजामुद्दीन, अक्षरधाम और गाजीपुर चैक से आनंद विहार, अप्सरा, भोपरा, डीएनडी व आगे जानेे के लिए ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है।
इससे पहले सोमवार को भी एनएच - 9 और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे बंद कर दिया गया था और दोनों ओर जाम लगा था। इस कारण पुलिस ने रूट डायवर्ट किया था।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने इस संबंध में कहा है कि हम किसी को असुविधा नहीं पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों ने कल केवल दिल्ली-गाजीपुर बाॅर्डर पर यात्रियों से कुछ देर बात की थी और उन्होंने अपने घर पर भी किसानों के मुद्दे पर चर्चा करने का कहा था।
अहंकार छोड़े मोदी सरकार : आप
किसान आंदोलन पर मोदी सरकार के रुख पर आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा है कि मोदी सरकार किसानों को लेकर अहंकार में फंस गयी है। भारत के किसानों की मांगें वाजिब हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र को अहंकार छोड़ना चाहिए और किसानों की सभी मांगों पर तैयार होना चाहिए। कोई हल इसका नहीं दिख रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल प्रभाव से तीनों कानून को रद्द करना चाहिए।
बिहार के किसानों से आंदोलन में भाग लेने की अपील
किसान संगठनों के संयुक्त मंच संयुक्त किसान मोर्चा ने कृषि कानूनों के खिलाफ बिहार के किसानों से प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है। मोर्चा ने कहा है कि एपीएमसी एक्ट को खत्म करने का सबसे अधिक असर बिहार में किसानों को एमएसपी पाने पर देखा गया। बिहार के किसान अपनी फसल की एमएसपी नहीं पाने के कारण दूसरे राज्यों में रोजगार के लिए पयालन करने को मजबूर हैं।