Abhijit Sen Dies: कृषि अर्थशास्त्री अभिजीत सेन का दिल का दौरा पड़ने से निधन
Abhijit Sen Passes Away: ग्रामीण अर्थव्यवस्था (Rural Economy) के प्रमुख विशेषज्ञ और योजना आयोग के पूर्व सदस्य प्रोफेसर अभिजीत सेन (Professor Abhijit Sen Passed Away) का एक लंबी बीमारी के बाद बीती रात निधन हो गया है। प्रोफेसर अभिजीत सेन 72 वर्ष के थे। प्रोफेसर अभिजीत सेन के भाई ने निधन की पुष्टि की है। प्रोफेसर अभिजीत सेन के भाई डॉ प्रणब सेन ने बताया कि बीती रात 11 बजे के आसपास उन्हें दिल का दौरा पड़ा। हम उन्हें अस्पताल ले गए। लेकिन जब तक हम अस्पताल पहुंचे, तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था।
बता दें कि 1985 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) में सेंटर फॉर इकोनॉमिक स्टडीज एंड प्लानिंग में शामिल होने से पहले चार दशकों से अधिक के अकादमिक करियर में सेन ने ससेक्स, ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज और एसेक्स में अर्थशास्त्र (Economics) पढ़ाया।
इसके अलावा वह 2004 से 2014 तक योजना आयोग के सदस्य थे और कृषि लागत और मूल्य आयोग, 1997-2000 के अध्यक्ष थे। उन्होंने विकास अर्थशास्त्र और भारतीय अर्थव्यवस्था के अध्ययन के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में विभाग की प्रतिष्ठा बनाने में भी मदद की। अपने शिक्षण और शोध के अलावा सेन ने नीतिगत पक्ष पर भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वर्ष 1997 में संयुक्त मोर्चा सरकार ने उन्हें कृषि लागत और मूल्य आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया। इसके बाद कृषि मंत्रालय ने उन्हें कई कृषि जिंसों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य की सिफारिश करने का काम सौंपा। जब उनका कार्यकाल तीन साल बाद समाप्त हुआ, तो उन्हें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार द्वारा दीर्घकालिक अनाज नीति पर विशेषज्ञों की उच्च-स्तरीय समिति का नेतृत्व करने के लिए कहा गया।