किसान आंदोलन : अन्नदाता आज कर रहे ट्रैक्टर मार्च, मोदी की डबल इंजन सरकार ने तैनात की भारी पुलिस
जनज्वार। किसान आंदोलनकारियों ने गुरुवार को दिल्ली से सटी विभिन्न सीमाओं से ट्रैक्टर रैली निकाली है। आज की उनकी यह ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन प्रस्तावित किसान गणतंत्र परेड का रिहल्सल है। दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बाॅर्डर और दिल्ली-हरियाणा सीमाओं पर किसान आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में और मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर ट्रैक्टर रैली निकाली हैै।
राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 43 दिन से किसानों का प्रदर्शन जारी है। किसान गुरुवार को ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। किसान संगठनो का कहना है कि ये मार्च 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल है। दरअसल सरकार द्वारा लाये गये तीन नये कृषि कानूनों की वापसी की मांग पर किसान अड़े हुए है। हर दिन किसान संगठनो द्वारा आंदोलन को तेज किया जा रहा है। इसी क्रम में ट्रैक्टर मार्च भी एक नया कदम है। इससे पहले ये मार्च बुधवार को निकाला जाने वाला था।
संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में गाजीपुर बॉर्डर से पलवल तक किसान ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आईएएनएस को बताया, ये सरकार के खिलाफ किसान भाइयों का गुस्सा है, सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए। ट्रैक्टर मार्च निकाला जा रहा है। ये तो सरकार को सोचना है कि कितनी जल्दी बात खत्म कर सकते हैं। हम तो बस कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
हालांकि इस मार्च को देखते हुए पुलिस प्रशासन की तरफ से एडवाइजरी भी जारी की गई है। ताकि आम लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
Delhi: Heavy security deployed at Singhu border where farmers are protesting against #FarmLaws.
— ANI (@ANI) January 7, 2021
Protesting farmers to hold tractor rally today at four borders of Delhi including Eastern and Western peripheral. pic.twitter.com/TLNdDpBlnr
Protesting farmers to hold tractor rally today at four borders of Delhi including Eastern and Western peripheral expressways.
— ANI (@ANI) January 7, 2021
Visuals from Ghazipur border pic.twitter.com/1gmKMhHE4T
पुलिस प्रशासन ने कहा, यह ट्रैक्टर यात्रा ईस्टर्न पेरीफेरल रोड पर दुहाई, डासना, बील अकबरपुर, सिरसा होते हुए पलवल तक जाएगी और वहां से वापस आएगी। इस दौरान बील अकबरपुर और सिरसा कट से पलवल की तरफ जाने वाले वाहन 12 बजे दिन से सायं 3 बजे तक पेरीफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे, इनको डाइवर्ट किया जाएगा।
इसी प्रकार सिरसा कट और बील अकबरपुर से सोनीपत की तरफ जाने वाले वाहन 2 बजे से 5 बजे तक पेरीफेरल रोड पर नहीं जा पाएंगे, उन्हें डाइवर्ट किया जाएगा।
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून 2020 को वापस लेने और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसलों की खरीद की कानूनी गारंटी देने की मांग को लेकर किसान 26 नवंबर 2020 से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं।
इस मसले के समाधान के लिए किसानों की सरकार के साथ सातवें दौर की वार्ता सोमवार को बेनतीजा रहने के बाद अब अगले दौर की वार्ता आठ जनवरी को तय की गई है।किसान आंदोलनकारियों की बड़ी संख्या को देखते हुए विभिन्न सीमाओं पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज की हमारी ट्रैक्टर रैली गाजीपुर से अलीगढ रोड पर डसना तक जाएगी और वहां से वापस लौटेगी। उन्होंने कहा कि हमारी आज की रैली 26 जनवरी की ट्रैक्टर रैली का रिहल्सल है।
Today, our tractor rally will go till Dasna, Aligarh road & then return to Ghazipur. This is a rehearsal for a similar rally on 26th Jan. Next round of talks with the Union Government will be held tomorrow: Rakesh Tikait, Spokesperson of Bharatiya Kisan Union, at Ghazipur border pic.twitter.com/TBU6BlzdDb
— ANI (@ANI) January 7, 2021
कुंडली-मानेसर-पलवल टोल प्लाजा के बाद किसानों की ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर सुरक्षा बढा दी गयी। किसान आज दिल्ली की चार सीमाओं पर ट्रैक्टर रैली निकाल रहे हैं अैर इसमें इस्टर्न और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे भी शामिल है।
Haryana: Security tightened at Kundli-Manesar-Palwal (KMP) toll plaza ahead of farmers' tractor rally.
— ANI (@ANI) January 7, 2021
Farmers to hold tractor rally today at four borders of Delhi including Eastern & Western peripheral expressways. pic.twitter.com/wW0J2XpaEq
केंद्र सरकार और किसान नेताओं की बीच चार जनवरी की वार्ता बेनतीजा रही थी। दोनों पक्षों के बीच अगले चरण की वार्ता आठ जनवरी को तय हुई है। किसानों की मांग है कि मानसून सत्र में मोदी सरकार द्वारा संसद में पारित कराए गए तीन कृषि कानून रद्द किए जाएं और एमएसपी को वैधानिक मान्यता दी जाए।