ट्रैक्टर रैली : राजदीप सरदेसाई टीवी टुडे से हुए ऑफ एयर, एक महीने की सैलरी भी कटी
जनज्वार। कभी पत्रकारिता के शीर्ष पर बैठे लोग अब सत्ता की दलाली और चाटुकारिता के नंबर बढ़वाने के चलते हाशिये पर धकेले जा रहे हैं। इसी का एक उदाहरण हैं पत्रकारिता के दिग्गज राजदीप सरदेसाई। राजदीप कभी सीएनएन.आईबीएन ग्रुप के एडिटर इन चीफ रह चुके हैं, जो अब अम्बानी का नेटवर्क 18 बन चुका है, फलस्वरूप बाहर कर दिए गए। अब इंडिया टुडे में आए तो यहां भी दिक्कतें सामने आ गईं।
दरअसल गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों द्वारा निकाली गई ट्रैक्टर रैली में जो हुड़दंग मचा उससे दुनिया भर में भारत की छवि को उसके लोकतांत्रिक मर्यादा को काफी नुकसान हुआ। दिल्ली के लाल किले पर जिस तरह से उत्पातियों ने उत्पात मचाया। पुलिस के जवानों के साथ जिस तरह से पूरे रैली के दौरान व्यवहार किया गया, वह भी मीडिया के कैमरों में कैद होता चला गया।
सरकार और दिल्ली पुलिस अब इस पूरे मामले में एक्शन मोड में है। कई किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर और लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। लेकिन इस पूरे अराजक आंदोलन के बीच इंडिया टुडे के वरिष्ठ पत्रकार और सलाहकार संपादक राजदीप सरदेसाई अचानक विवादित हो गए। राजदीप सरदेसाई इस पूरे आंदोलन के दौरान रिपोर्टिंग कर रहे थे।
रिपोर्टिंग के दौरान कई जगहों पर राजदीप का विरोध हुआ। अलबत्ता वह बिना आईडी लगाए रिपोर्टिंग करते रहे। लेकिन इस सब के बीच वह अपना एजेंडा सरकार और पुलिस के खिलाफ चलाने से खुद को रोक नहीं सके। जिसका नतीजा निकला कि राजदीप सरदेसाई के खिलाफ टीवी टुडे मीडिया ग्रुप ने एक्शन ले लिया।इतना ही नहीं उन्हें ऑफ एयर करने के साथ एक महीने की वेतन कटौती भी कर दी गई है।