Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

देश की दलित राजनीति के बड़े चेहरे व पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदार बूटा सिंह का निधन

Janjwar Desk
2 Jan 2021 6:40 AM GMT
देश की दलित राजनीति के बड़े चेहरे व पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदार बूटा सिंह का निधन
x

(File photo)

सरदार बूटा सिंह 5 नवंबर 2004 से 29 जनवरी 2006 तक बिहार के राज्यपाल रहे थे, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के वे निकट सहयोगी रहे..

जनज्वार। देश की दलित राजनीति के बड़े चेहरे और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सरदार बूटा सिंह का निधन हो गया है वे लंबे समय बीमार चल रहे थे। बूटा सिंह देश के गृहमंत्री और कृषि मंत्री के साथ बिहार के राज्यपाल भी रहे थे। उनके निधन के साथ ही देश ने दलित राजनीति के एक बड़े चेहरे को खो दिया है। सरदार बूटा सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी समेत कई राजनेताओं ने शोक जताया है।

बूटा सिंह का जन्म 21 मार्च 1934 को पंजाब के जालंधर जिले के मुस्तफापुर गांव में हुआ था। उन्होंने 8 बार लोकसभा चुनावों में जीत हासिल की थी।

26 अक्टूबर 2020 को 86 साल के सरकार बूटा सिंह को ब्रेन हैमरेज हुआ था। जिसके बाद उनको दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। यहीं पर उनका इलाज चल रहा था। जिसके बाद आज 2 जनवरी को उनका निधन हो गया है।

सरदार बूटा सिंह 5 नवंबर 2004 से 29 जनवरी 2006 तक बिहार के राज्यपाल रहे थे। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के वे निकट सहयोगी रहे।

बूटा सिंह को पंजाब के बड़े दलित नेता के रूप में जाना जाता था। बूटा सिंह तत्कालीन राजीव गांधी सरकार में गृह मंत्री और कृषि मंत्री भी रहे थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बूटा सिंह साल 1967 से लगातार पंजाब के रोपड़ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ते आ रहे थे।

बूटा सिंह ने एमए और पीएचडी की डिग्री हासिल की थी और राजनीति में आने से पहले वे पत्रकारिता करते थे। उन्होंने अपना पहला चुनाव अकाली दल के उम्मीदवार के रूप में लड़ा था लेकिन बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए और 1962 में तीसरी लोकसभा के लिए पंजाब की मोंगा सीट से चुने गए थे।

बूटा सिंह केंद्र में कृषि, रेल, खेल व वाणिज्य जैसे अहम मंत्रालयों में भी मंत्री रहे। वे 1966-68 में लोक लेखा समिति के सदस्य भी रहे। उन्होंने साल 2007 से 2010 तक अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पद की जिम्मेवारी भी उन्होंने संभाली।

बूटा सिंह को नेहरू-गांधी परिवार का करीबी माना जाता था और उन्होंने आखिरी लोकसभा चुनाव 1999 में 13वीं लोकसभा के लिए जीता।

उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने लिखा, 'सरदार बूटा सिंह के देहांत से देश ने एक सच्चा जनसेवक और निष्ठावान नेता खो दिया है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा और जनता के भलाई के लिए समर्पित कर दिया, इसके लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा। इस मुश्किल समय में उनके परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।'

Next Story

विविध