Goa New Assembly Speaker : भारतीय जनता पार्टी के विधायक रमेश तावड़कर गोवा विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए
Goa New Assembly Speaker : भारतीय जनता पार्टी के विधायक रमेश तवाडकर गोवा विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए
Goa New Speaker : भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक रमेश तावड़कर गोवा विधानसभा के अध्यक्ष चुन लिए गए हैं। इस बार गोवा विधानसभा (Goa Assembly) के लिए हुए चुनावों में रमेश तावड़कर (Ramesh Tawadkar) ने कांग्रेस के नुएम के विधायक और अध्यक्ष पद के उम्मीदवार एलेक्सियो सिक्वेरा को 24 वोट लाकर हरा दिया। सिक्वेरा को महज 15 वोट ही मिल पाए।
आपको बता दें कि सोमवर 28 मार्च को प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) ने गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्होंने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में शपथ लेकर गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी बार कार्यभार संभाला था।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रमोद सावंत ने कहा था कि गोवा में पर्यटन उद्योग को नई उंचाइयों पर ले जाने के साथ ही वे यहां खनन का कार्य की फिर से शुरू करवाएंगे। उन्होंने कहा था कि हमारी सरकार का पहला उद्देश्य होगा कि इस कोस्टल प्रदेश में विकास हो लोगों को रोजगार की भरपूर मौके मिलें। उन्होंने कहा कि खनन कार्य के दोबारा शुरू होने से युवाओं को काम के नए मौके मिलेंगे।
प्रमोद सावंत ने कहा था कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में गोवा में स्टैबल और ऐबल सरकार देगी। मुंख्यमंत्री प्रमोद सावंत के बाद विश्वजीत राणे, मावविन गोढिनो, रवि नायक, निलेश कबराल, सुभाष शिरोदकर, रोहन खौंते, अतानाशियो मोंसेराते गौर गोविंद गौड़े ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
गौरतलब है कि इस बार के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 40 सीटों की विधानसभा में 20 सीटें जीतकर प्रदेश में अपनी सत्ता बचा ली थी। वहीं कांग्रेस को इस बार के चुनावों में सिर्फ 11 सीटें ही मिल पायी थी। हालांकि भाजपा को बहुमत से एक सीट कम आयी थी पर महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से भारतीय जनता पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा जुटा लिया था।
बता दें कि 14 फरवरी को गोवा की सभी 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए थे। इस बार के विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और आम आदमी पार्टी को भी दो-दो सीटें मिलीं थीं। जीएफपी और आरजीपी ने भी एक-एक सीट पर जीत दर्ज की थी। वोटों की गिनती के बाद एमजीपी के दो विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था।