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India Rejects OIC Statement : बंद करिए अपना सांप्रदायिक एजेंडा, पैगंबर मोहम्मद पर कमेंट मामले में भारत की ओआईसी के बयान पर दो टूक

Janjwar Desk
6 Jun 2022 9:03 AM GMT
India Rejects OIC Statement : बंद करिए अपना सांप्रदायिक एजेंडा, पैगंबर मोहम्मद पर कमेंट मामले में भारत की ओआईसी के बयान पर दो टूक
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India Rejects OIC Statement : बंद करिए अपना सांप्रदायिक एजेंडा, पैगंबर मोहम्मद पर कमेंट मामले में भारत की ओआईसी के बयान पर दो टूक

India Rejects OIC Statement : ओआईसी सचिवालय की ओर से जारी किए गए बयान का जवाब देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि हमने इस संगठन की ओर से भारत को लेकर दिए गए बयान देखे हैं। सरकार ओआईसी सचिवालय की ओर जारी गलत और संकीर्ण बयानों को खारिज करती है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान की नजर से देखी है।...

India Rejects OIC Statement : पैगंबर पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक को-ओपरेशन (OIC) के बयान की भारत सरकार की ओर से कड़ी निंदा की गयी है। इस मामले में ओआईसी सचिवालय की ओर से जारी किए गए बयान का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने दो टूक कहा कि इस बयान का एजेंडा विभाजनकारी है।

आपको बता दें कि भाजपा की प्रवक्ता नुपूर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। इस मुद्दे को लेकर बीते शुक्रवार को कानपुर में जुमे की नमाज खासा हंंगामा और बवाल हुआ था। उस दौरान देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी कानपुर में ही मौजूद थै। इस बयान के बाद अरब के कई देशों ने इस टिप्पणी पर आपत्ति दर्ज की थी और भारतीय राजदूतों को तलब कर अपनी नाराजगी से अवगत कराया था। वहीं दूसरे ओर भाजपा ने इस मामले में सख्ती दिखाते हुए और सभी धर्मों के सम्मान की बात कहते पार्टी प्रवक्ता नुपूर शर्मा को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर किया है।

ओआईसी सचिवालय की ओर से जारी किए गए बयान का जवाब देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि हमने इस संगठन की ओर से भारत को लेकर दिए गए बयान देखे हैं। सरकार ओआईसी सचिवालय की ओर जारी गलत और संकीर्ण बयानों को खारिज करती है। भारत सरकार सभी धर्मों को सर्वोच्च सम्मान की नजर से देखी है। कुछ लोगों ने एक धार्मिक व्यक्तित्व को अपमानित करते हुए आपत्तिजनक ट्वीट और बयान दिए थे। पर इन विवादित बयानों में भारत सरकार की राय संबद्ध नहीं थी। जिन आरोपियों ने भी इस तरह का गैरजिम्मेदाराना काम किया है उनके संगठन की ओर से कड़ी कार्रवाई की है।

बागची बोले- ओआईसी सचिवालय की टिप्पणी शरारतपूर्ण

बागची ने कहा, 'ओआईसी सचिवालय ने एक बार फिर प्रेरित, गुमराह करने वाली और शरारती टिप्पणी की, यह दुखद है। यह केवल स्वार्थों के इशारे पर चलाया जा रहा विभाजनकारी एजेंडा है। हम ओआईसी सचिवालय को अपना सांप्रदायिक और विभाजनकारी एजेंडा छोड़ने और सभी धर्मों का सम्मान करने की अपील करते हैं.'

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ओआईसी की टिप्पणी पर मीडिया के सवालों के जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए यह बात कही है। उन्होंने कहा, ''हम ओआईसी सचिवालय से आग्रह करते हैं कि वह सांप्रदायिक रुख को आगे बढ़ाना बंद करे और सभी धर्मों और आस्थाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करे।'' उल्लेखनीय है कि ओआईसी ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी को लेकर भारत की आलोचना की थी और संयुक्त राष्ट्र से आग्रह किया था कि मुसलमानों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।

सऊदी अरब ने भी इस मामले में बयान जारी किया

आपको बता दें कि कतर, कुवैत व ईरान ने नुपुर शर्मा के बयान पर पहले ही आधिकारिक रूप से आपत्ति जाहिर की थी। लेकिन सोमवार को इसमें सऊदी अरब भी शामिल हो गया। उसने आधिकारिक बयान जारी कर आपत्ति दर्ज करायी है।

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