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Indian Railway : सीनियर सिटीजन को नहीं मिलेगी किराए में छूट, मोदी सरकार ने बुजुर्गों को​ किया निराश

Janjwar Desk
4 Dec 2021 5:26 AM GMT
Indian Railway : सीनियर सिटीजन को नहीं मिलेगी किराए में छूट, मोदी सरकार ने बुजुर्गों को​ किया निराश
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Indian Railway Senior Citizen Quota: नियमों के मुताबिक अगर किसी महिला की उम्र 58 साल है और किसी पुरुष की उम्र कम से कम 60 साल है तो उन्हें वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी में गिना जाता है। अब तक महिला वरिष्ठ नागरिकों को मूल किराए में 50 प्रतिशत और पुरूष वरिष्ठ नागरिकों को मूल किराए में 40 प्रतिशत छूट मिलता रहा है...

Indian Railway Senior Citizen Quota : सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का दावा करने वाली मोदी सरकार ने कोरोना काल में देश के करोड़ों सीनियर सिटीजंस को बड़ा झटका दिया है। ताजा फैसले के मुताबिक केंद्र सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन में सफर के दौरान किराए में छूट का लाभ देने से इनकार कर दिया है। एक सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि क्यों रेलवे ने सभी कैटेगिरी में ट्रेन टिकट पर छूट को बंद कर दिया। इसके पीछे क्या कारण है। सरकार इसे फिर शुरू करने पर फैसला कब करेगी।

इसके जवाब में रेल मंत्री ने बताया है कि कोरोना महामारी के चलते सरकार ने 20 मार्च 2020 को सभी कैटेगिरी में मिलने वाले किराए की छूट को बंद कर दिया था। इस मामले की जांच की गई है। लेकिन मौजूदा समय में सीनियर सिटीजंस को किराए में छूट का लाभ दे पाना संभव नहीं है।

क्या है रेलवे का नियम?

इंडियन रेलवे के नियमों के मुताबिक अगर किसी महिला की उम्र 58 साल है और किसी पुरुष की उम्र कम से कम 60 साल है तो उन्हें वरिष्ठ नागरिक की श्रेणी में गिना जाता हैं ऐसे लोगों को सीनियर सिटीजन कोटे का फायदा मिलता हैं। इसमें महिला वरिष्ठ नागरिकों को मूल किराए में 50 प्रतिशत और पुरूष वरिष्ठ नागरिकों को मूल किराए में 40 प्रतिशत छूट मिलती है। रियायत केवल मूल किराए के आधार पर देय होती है। सुपरफास्ट प्रभार, आरक्षण शुल्क आदि पर कोई रियायत देय नहीं होती है। जिन मामलों में राजधानी/शताब्दी/जनशताब्दी गाड़ियों में रियायत दी जाती है, वह रियायत उन गाड़ियों के कुल प्रभारों (खानपान सहित) पर देय होगी।

क्या है पूरा मामला

कोरोना वायरस महामारी काल में देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था। इससे ठीक पहले 20 मार्च, 2020 से अगले आदेश तक के लिए रेल किराए में दी जाने वाली छूट वापस ले ली गई थी। हालांकि, दिव्यांगजनों की चार श्रेणियों, रोगियों और छात्रों की 11 श्रेणियों को अभी भी छूट मिल रही है। रेल मंत्री के अनुसार वित्त वर्ष 2019-20 में किरायों में छूट से होने वाला नुकसान 2,059 करोड़ रुपए था और कोरोना महामारी के दौरान कई तरह की छूट निलंबित किए जाने से पिछले वित्त वर्ष में नुकसान घटकर 38 करोड़ रुपए तक पहुंच गया।

30 से ज्यादा काटेगरी को मिल रही थी छूट

Indian Railway Senior Citizen Quota : रेलवे में यात्रा के लिए तकरीबन 30 से अधिक काटेगरी में आने वाले लोगों को छूट मिल रही थी। फिलहाल सीनियर सिटीजंस, मान्यता प्राप्त पत्रकारों, युवाओं, किसानों, दूधियों, सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, भारत सेवा दल, रिसर्च स्कॉलर्स, पदक विजेता शिक्षकों, सर्वोदय समाज, स्काउट-गाइड, वॉर विडो, आर्टिस्ट व खिलाड़ियों सहित 30 से ज्यादा कैटेगरी के लोगों को टिकटों पर मिलने वाली छूट बंद है।

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