देश में 50 लाख मौतें! अभी-अभी इस बड़े सांसद ने किया दावा
( मोदी सरकार का इतिहास और उद्देश्य अपनी निरंकुश ताकतों का उपयोग कर सभी संस्थाओं पर हमला कर अपने अधीन रखना है)
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा "यह किसानों का अपमान है. तीन कृषि कानूनों के विरोध में 700 से अधिक किसानों की जान चली गई. केंद्र कैसे कह सकती है कि उनके पास इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है?"
उन्होंने आगे कहा "अगर सरकार के पास 700 लोगों का रिकॉर्ड नहीं है तो उन्होंने महामारी के दौरान लाखों लोगों का डेटा कैसे एकत्र किया था. पिछले दो वर्षों में कोविड-19 के कारण 50 लाख से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई लेकिन सरकार के अनुसार, केवल 4 लाख लोगों की वायरस के कारण मृत्यु हुई."
बॉर्डर पर किसानों की मृत्यु हुई क्या इसकी जानकारी सरकार को नहीं है ? 700 लोगों का अगर सरकार के पास आंकड़ा नहीं है तो सरकार ने कोरोना से मृत लोगों का आंकड़ा कहां से लिया। सरकार जनगणना के आधार पर गिनती करे और मृत किसानों को मुआवज़ा दें: कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे pic.twitter.com/NLvOhqnTm7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 1, 2021
संसद के शीत सत्र में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के एक बयान को नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किसानों का अपमान करार दिया. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी के लिए आंदोलन के दौरान 700 से ज्यादा किसानों की मौत हो गयी और सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं है. उन्होंने दावा किया कि कोरोना से 50 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई.
किसान संगठनों का दावा है कि तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग के लिए शुरू हुए आंदोलन में 700 से अधिक किसान शहीद हो गये. हालांकि, इस संबंध में अब तक किसी ने कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने संसद में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा कि कृषि मंत्रालय के पास दिल्ली में आंदोलन के दौरान किसानों की मौत का कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा कि केंद्र सरकार ऐसा कैसे कह सकती है कि उसके पास कोई रिकॉर्ड नहीं है? नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब सरकार के पास 700 किसानों की मौत का कोई रिकॉर्ड नहीं है, तो उसने वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के दौरान लाखों लोगों की मौत के आंकड़े कहां से जुटा लिये.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पिछले दो सालों में कोरोना संक्रमण की वजह से 50 लाख से अधिक लोगों की मौत हो गयी. लेकिन, सरकार कह रही है कि सिर्फ 4 लाख लोगों की कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से मौत हुई है.