राजस्थान के बाद झारखंड में भी विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित करने की संभावना बढी
जनज्वार। राजस्थान के बाद झारखंड में भी विश्व आदिवासी दिवस नौ अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की संभावना बढ गई है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज बेहद संक्षिप्त ट्वीट किया जिसमें उन्होंने लिखा है कि झारखंड भी विश्व आदिवासी दिवस मनाएगा। मुख्यमंत्री के इस ट्वीट को इस बात से जोड़ कर देखा जा रहा है कि वे लोगों की नौ अगस्त विश्व आदिवासी दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग को लेकर मानसिक रूप से तैयार हो गए हैं।
झारखण्ड भी मनायेगा विश्व आदिवासी दिवस।#9August
— Hemant Soren (घर में रहें - सुरक्षित रहें) (@HemantSorenJMM) August 3, 2020
इससे पहले राजस्थान की अशोक गहलौत सरकार ने 31 जुलाई को विश्व आदिवासी दिवस को अवकाश घोषित करने का निर्णय लिया। इसे संपूर्ण राजस्थान के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया। इससे पहले राजस्थान में यह ऐच्छिक अवकाश था। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलौत ने यह निर्णय विभिन्न आदिवासी संगठनों की मांग पर लिया था।
विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त को सम्पूर्ण राजस्थान में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के लिए आदिवासी क्षेत्र के विधायकों एवं मीणा विधायकों ने मिलकर आभार व्यक्त किया। इस दौरान मंत्री श्री अर्जुन बामनिया सहित विधायक श्री गणेश घोगरा, श्रीमती रमिला खड़िया, श्रीमती इंदिरा मीणा, pic.twitter.com/jpJO7HbWZM
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) August 3, 2020
इधर, इस फैसले के बाद झारखंड में भी आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग उठी। लोग ट्विटर व अन्य सोशल मीडिया माध्यमों से लगातार यह मांग उठा रहे थे। सैकड़ों लोगों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्वीट भी किया।
हालांकि इस संबंध में सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सोमवार की शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ट्वीट करने के अंदाज से यह संकेत मिलता है कि सरकार इस दिशा में कोई ठोस फैसला लेने की प्रक्रिया में है। झारखंड का गठन आदिवासी अस्मिता व अधिकारों के नाम पर फिर से 2000 में किया गया था। इस राज्य में 27 प्रतिशत आदिवासी आबादी है। मुख्यमंत्री के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लोगों ने फिर नौ अगस्त को अवकाश घोषित करने की मांग की। बाद में उनके ट्वीट को सत्ताधारी दल झामुमो ने भी ट्वीट किया।