किसान आंदोलन: कई मेट्रो स्टेशन बंद व ट्रैफिक किया गया डायवर्ट, 2 फरवरी तक इंटरनेट बंद
जनज्वार। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का हुजूम लगातार उमड़ रहा है। इनमें बड़ी संख्या पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों से आने वालों की है। 26 जनवरी की घटना से पहले गाजीपुर पर पंजाब और उत्तराखंड के किसानों की ज्यादा संख्या थी। लेकिन अब माहौल बदल गया है।
गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में अब मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़ आदि जिलों से भी लगातार बड़ी संख्या में किसान पहुंचे रहे हैं।
कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस बीच गाजीपुर बार्डर पर 2 फरवरी की रात को 11 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने का फैसला लिया गया है। इससे पहले यहां 29 जनवरी को रात 11 बजे से 31 जनवरी को रात 11 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई गई थी।
बंद हुई इंटरनेट सेवा पर भारतीय किसान यूनियन ने एतराज जताया है। इंटरनेट सेवा बंद करने को लेकर राकेश टिकैत ने कहा है कि गाजीपुर बॉर्डर पर इंटरनेट बंद कर दिया गया है। सरकार किसानों की आवाज को नहीं रोक सकती।
उधर तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जहां-जहां चल रहा है, सुरक्षा व्यवस्था सख्त होती जा रही है। ट्रैफिक में भी बदलाव किए गए हैं। यूपी गेट बॉर्डर पहले से बंद है।
वहीं आनंद विहार से भी किसानों की दिल्ली में एंट्री की आशंका के चलते इस बॉर्डर को भी पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इसके चलते सोमवार सुबह से ही दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों पर जाम देखने को मिला। यहां वाहनों की लंबी कतारें देखी गई।
उधर दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के मुताबिक, ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, पंडित श्रीराम शर्मा और टिकरी बॉर्डर मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद हैं। वहीं, गाज़ीपुर (दिल्ली-उत्तर प्रदेश) बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए नोएडा के लिए अक्षरधाम पर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है।
इस बीच विपक्षी दलों के नेताओं के गाजीपुर बार्डर पर लगातार आने को लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि विपक्ष के नेतागण यहां पर वोट तलाशने नहीं आ रहे। विपक्ष यहां हमदर्दी के लिए आता है। यहां हम कोई चुनाव नहीं लड़ रहे हैं।