Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

Labh Singh Ugoke : जिस स्कूल में मां करती हैं स्वीपर का काम, उसी स्कूल में रिबन काटने पहुंचे MLA लाभ सिंह, चन्नी को दे चुके हैं मात

Janjwar Desk
5 April 2022 7:52 AM GMT
Labh Singh Ugoke : जिस स्कूल में मां करती हैं स्वीपर का काम, उसी स्कूल में रिबन काटने पहुंचे MLA लाभ सिंह, चन्नी को दे चुके हैं मात
x

जिस स्कूल में मां करती हैं स्वीपर का काम, उसी स्कूल में रिबन काटने पहुंचे MLA लाभ सिंह, चन्नी को दे चुके हैं मात

Labh Singh Ugoke : विधायक लाभ सिंह उगोके (Labh Singh Ugoke) का कार्यक्रम चल रहा था, स्वीपर मां का विधायक बेटा अतिथि बन कर आया था लेकिन मां स्कूल की साफ-सफाई में लगी थीं, वह अपने बेटे के पास या उसके हो रहे सम्मान को देखने तक नहीं गई...

Labh Singh Ugoke : हाल ही में संपन्न हुए पंजाब विधानसभा चुनावों (Punjab Election 2022) में लाभ सिंह उगोके (Labh Singh Ugoke) खूब चर्चा में आए। बता दें कि लाभ सिंह की उम्र 35 वर्ष की है। इन्होनें पंजाब में मौजूदा मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjeet Singh Channi) को भदौर सीट से हराया और सबको चौंका दिया। सोमवार को एक बार फिर वह चर्चा में आए, जब 22 साल बाद अपने स्कूल पहुंचे। इस स्कूल में उन्हें रिबन काटने के लिए मुख्य अतिथि बनाया गया था। यह बहुत ही भावुक पल भी था, क्योंकि इसी स्कूल में लाभ सिंह उगोके (Labh Singh Ugoke) की मां बलदेव कौर सफाई कर्मचारी हैं।

स्कूल में मां के साथ खिंचवाई फोटो

बात दें कि स्कूल में आम आदमी पार्टी (AAP) से विधायक लाभ सिंह उगोके (Labh Singh Ugoke) का कार्यक्रम चल रहा था। स्वीपर मां का विधायक बेटा अतिथि बन कर आया था लेकिन मां स्कूल की साफ-सफाई में लगी थीं। वह अपने बेटे के पास या उसके हो रहे सम्मान को देखने तक नहीं गई। फंक्शन खत्म होने के बाद ही लाभ सिंह खुद अपनी मां के पास गए और उनके साथ फोटो खिंचवाई।

मां की कमाई से चलता था घर

विधायक लाभ सिंह उगोके (Labh Singh Ugoke) से जब पूछा गया कि वह स्कूल में मुख्य अतिथि बनकर कैसा महसूस कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि 'तो क्या हुआ अगर में एक विधायक हूं। जब मैं छोटा था तब मेरी मां की कमाई परिवार के लिए आय का एक बड़ा स्त्रोत थी। उसकी मामूली कमाई ने घर चलाने में काफी मदद की। अब मेरी मां पर उतनी आर्थिक जिम्मेदारियां नहीं है क्योंकि मुझे विधायक का वेतन मिलेगा और मेरी पत्नी कपड़े सिलकर कमाती हैं, लेकिन मेरी मां अपनी नौकरी नहीं छोड़ना चाहती हैं। जन प्रतिनिधि के रूप में मेरा दर्जा उसके रास्ते में नहीं आएगा।'

मां क्यों नहीं चाहती हैं नौकरी छोड़ना

मां और बेटे दोनों को कोई दिक्क्त नहीं है और वे अपने-अपने घर में खुश हैं। लाभ सिंह नहीं चाहते कि उनकी मां संविदा नौकरी सिर्फ इसलिए छोड़ दे क्योंकि वह चुनाव जीतकर विधायक बन गए हैं। उनकी मां भी यही चाहती हैं। लाभ सिंह उगोके की मां ने कहा कि 'मेरे बेटे के विधायक होने के बावजूद मुझे स्पीकर के रूप में काम करने में कोई बुराई नहीं लगती है। वह अपना काम करेगा मैं अपना।'

मां ने सरकार से की ये अपील

बलदेव कौर ने कहा कि 'घर पर मैं अभी भी उनकी मां हु और कार्यस्थल पर एक ठेका कर्मचारी लेकिन सरकार को लंबे समय तक ऐसी नौकरियों में लगे लोगों की शिकायतों पर गौर करना चाहिए क्योंकि हर मां का एक विधायक बेटा नहीं होता है। यदि संभव हो, और यदि नियम अनुमति देते हैं, तो सरकार को मेरे जैसे संविदा कर्मचारियों की सेवाओं को नियमित करना चाहिए।

Next Story

विविध