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Lakhimpur Kheri के पीड़ितों से मिलने की जगह लखनऊ पहुंचे पीएम मोदी, मना रहे 'आजादी का अमृत महोत्सव'

Janjwar Desk
5 Oct 2021 9:05 AM GMT
Lakhimpur Kheri के पीड़ितों से मिलने की जगह लखनऊ पहुंचे पीएम मोदी, मना रहे आजादी का अमृत महोत्सव
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(आजादी का अमृत महोत्सव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी)

Lakhimpur Kheri : लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना को लेकर जहां विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं वहीं प्रधानमंत्री राजधानी लखनऊ में अपनी सरकार के किए कामों का गुणगान करने में व्यस्त हैं....

Lakhimpur Kheri जनज्वार। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक घटना (Lakhimpur Kheri Violence) के बाद से जहां भाजपा (BJP) की सरकार को विपक्षी हमलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं दूसरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लखीमपुर खीरी के पीड़ित परिवारों से मिलने की जगह राजधानी लखनऊ में 'आजादी का अमृत महोत्सव' (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मनाने पहुंचे हैं। खबरों के मुताबिक प्रधानमंत्री ने 'अमृत महोत्सव के तहत केंद्रीय और शहरी कार्य मंत्रालय और प्रदेश नगर विकास विभाग द्वारा 'न्यू अर्बन' थीम पर आधारित तीन दिवसीय कॉन्क्लेव की शुरुआत की। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Anandiben Patel), मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) भी मौजूद रहे।

लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना को लेकर जहां विपक्षी दल सरकार पर हमलावर हैं वहीं प्रधानमंत्री राजधानी लखनऊ में अपनी सरकार के किए कामों का गुणगान करने में व्यस्त हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में किसानों के द्वारा रविवार 3 अक्टूबर को प्रदर्शन किया जा रहा था। तभी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र (Ajay Mishra) के बेटे आशीष ने कथित तौर पर वाहन प्रदर्शनकारी किसानों के ऊपर चढ़ा दिया। इस घटना में आठ लोगों समेत चार किसानों की मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित किसानों ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वहीं दूसरी ओर इस घटना के बाद से विपक्ष सरकार पर हमलावर है।

वहीं दूसरी ओर अजय मिश्र (Ajay Mishra) ने अपने बेटे का बचाव करते हुए कहा कि उनका बेटा घटना के समय वहां मौजूद नहीं था। बता दें कि इस घटना से पहले अजय मिश्र ने एक कार्यक्रम के दौरान खुले मंच से कथित तौर पर काला झंडे (Black Flag) दिखाने वाले किसानों को धमकी देते हुए कहा था कि 'विरोध करने वालों आकर सामना करो हम आपको सुधार देंगे'। साथ ही उन्होंने कहा था, 'मैं केवल मंत्री या सांसद नहीं हूं, जो लोग मेरे विषय में जानते हैं। उनको पता होगा कि मैं किसी चुनौती से नहीं भागता। जिस दिन मैंने उस चुनौती को स्वीकार कर लिया, उस दिन पलिया ही नहीं लखीमपुर खीरी भी छोड़ना पड़ जाएगा।

मिश्र ने आरोप लगाया कि किसानों ने ही गाड़ियों पर पथराव किया था जिसके कारण गाड़ी पलट गयी और किसान दबकर मर गए। उन्होंने दावा किया कि मेरा बेटा घटना के समय वहां मौजूद नहीं था। वहीं किसानों का दावा है कि वाहन में अजय मिश्र के बेटे आशीष बैठे थे।

घटना के कई दर्दनाक वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल भी हो रहे हैं। वीडियो में साफ तौर दिखाई दे रहा है कि किसानों के ऊपर वाहन चढ़ाया गया और वाहन पर सवार कोई और नहीं बल्कि आशीष ही है। आशीष के खिलाफ अभी तक केवल एफआईआर दर्ज की गई है लेकिन अभी गिरफ्तार नही ंकिया गया है। विपक्ष के नेता सरकार पर भाजपा नेताओं को बचाने का आरोप लगा रहे हैं और गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।

ऐसे समय में जब इस घटना के बाद भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए जा रहे हैं, मृतकों के घरों में मातम पसरा है, प्रधानमंत्री (Narendra Modi) की ओर से संवेदना का एक भी शब्द नहीं कहा गया है। सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी उन्होंने इस घटना को लेकर कोई बयान जारी नहीं किया है।

सोमवार 4 अक्टूबर को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) लखीमपुर खीरी के हिंसक घटना में किसानों की मौत के बाद मौके पर जा रही थीं तभी उन्हें सीतापुर में गिरफ्तार कर लिया था। बता दें कि इसके बाद उन्हें सीतापुर में पीएसी गेस्ट हाउस में रखा गया। इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज पीएम मोदी के नाम अपना एक वीडियो जारी किया। वीडियो में उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा से पहले किसानों को जीप से रौंदे जाने वाला वीडियो साझा किया है और पीएम मोदी से सवाल किया कि "क्या आपने यह वीडियो देखा है"।

इस बीच ताजा अपडेट यह है कि सीतापुर पुलिस स्टेशन (Sitapur Police Station) में प्रियंका गांधी, अजय लल्लू (Ajay Lallu) समेत 11 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ शांति भंग करने का मुकदमा दर्ज किया गया है।

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