Maharashtra : इस्तीफा देने से पहले उद्धव ठाकरे ने खेला हिंदुत्व का कार्ड, दो जिलों के नाम बदलने को दी मंजूरी
Maharashtra : पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट ( maharashtra Political Crisis ) अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray ) ने फ्लोर टेस्ट का सामना करने के बदले सीएम पद से बीती रात इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ एमवीए सरकार का भी अवसान हो गया है लेकिन इस्तीफा देने से पहले उद्धव सरकार ने बड़ा 'हिंदुत्व कार्ड' ( Hindutva Card ) चल दिया है। उनके इस कदम से आने वाले समय में भाजपा ( BJP ) और शिंदे गुट ( Shinde Group ) के लिए शिवसेना ( Shiv Sena ) पर हिंदुत्व के नाम पर हमला बोलना मुश्किल होगा।
दरअसल, उद्धव सरकार ( Uddhav Government ) ने औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने को मंजूरी दे दी है। अब औरंगाबाद ( Aurangabad ) को 'संभाजी नगर' ( Sambhaji Nagar ) और उस्मानाबाद ( Osmanabad ) को 'धाराशिव' ( Dharashiv ) के नाम से जाना जाएगा। औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलने के अलावा नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम भी बदल दिया है। कैबिनेट ने इस एयरपोर्ट का नाम स्वर्गीय दिनकत बालू पाटिल रख दिया है। दिनकत बालू पाटिल किसान नेता और सांसद रहे हैं।
शिवसेना ( Shiv Sena ) लंबे समय से औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर रखने की मांग करती आ रही थी। शिवसेना और उद्धव ठाकरे अक्सर औरंगाबाद को संभाजी नगर कहकर ही संबोधित किया करते थे। वहीं उस्मानाबाद का नाम भी धाराशिव की मांग शिवसेना की थी।
कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन में सरकार बनाने के बाद शिवसेना की इन दोनों बातों को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिल रहा था। कांग्रेस अक्सर औरंगाबाद और उस्मानाबाद के नाम बदलने पर आपत्ति जताती रहती थी लेकिन अब जब महाराष्ट्र में सियासी संकट चल रहा है और उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray ) पर हिंदुत्व ( Hindutva ) को साइडलाइन करने के आरोप लग रहे हैं, तब सरकार ने इन दोनों जगहों के नाम बदलने को मंजूरी दी है। कांग्रेस ने कैबिनेट की बैठक में पुणे का नाम राजमाता जिजाबाई के नाम पर जिजाऊ नगर और सेवरी न्हावा देवा ट्रांस हार्बर लिंक का नाम बदलकर बैरिस्टर एआर अंतुले रखने की मांग भी की थी।
दूसरी तरफ उद्धव के इस्तीफे के बाद आज फ्लोर टेस्ट नहीं होगा। साथ ही भाजपा नई सरकार बनाने के काम में जुट गई है। शिंदे गुट के शिवसेना विधायक भी असम से गोवा होते हुए मुंबई पहुंच गए हैं।