Mehul Choksi News : नेताओं को पैसे खिलाकर कर खुद को बचा रहा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी

Mehul Choksi News : नेताओं को पैसे खिलाकर कर खुद को बचा रहा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी
Mehul Choksi News : पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) से 13500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के मामले में आरोपित हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी (Mehul Choksi News) कैरेबियाई द्वीप डामिनिकन रिपब्लिक में अवैध प्रवेश के मामले में बरी होने के बाद दोबारा एंटीगुआ पहुंच गया है। उसके एंटीगुआ पहुंचने पर वहां के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, यदि चौकसी (Mehul Choksi News) एंटीगुआ-बारबुडा का नागरिक नही होता तो उनकी सरकार चोकसी को भारत भेजने में समय बर्बाद नहीं करती। एंटीगुआ की एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार चोकसी ने एंटीगुआ की एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, चोकसी ने एंटीगुआ-बारबुडा की मुख्य विपक्षी दल के साथ डील की। उसे चुनाव अभियान में फंडिंग की। बदले में विपक्ष ने उसे सुरक्षा का वादा किया। जांच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि चोकसी की गिरफ्तारी के बाद से ही यूपीपी ने नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चोकसी की रिहाई के लिए अभियान चलाया। विपक्षी पार्टी यूपीपी ने सरकार से बार-बार मांग की कि चोकसी ने बड़ा निवेश कर एंटीगुइआ की नागरिकता ली है।
एंटीगुआ की विपक्षी पार्टी ने सरकार से पूछा- एंटीगुआ से कैसे अगवा हुआ मेहुल चोकसी?
एंटीगुआ के पीएम गैस्टन ब्राउन ने विपक्ष को घेरते हुए दावा किया था कि चोकसी (Mehul Choksi News) के नए वकील और यूपीपी के सदस्य जस्टिन साइमन चोकसी और पार्टी के बीच की कड़ी हैं। इसलिए विपक्ष चाहता है कि चोकसी एंटीगुआ में ही रहे, जहां वह संवैधानिक संरक्षण के साथ महफूज रहे। चोकसी के रिहा होने के बाद विपक्ष चोकसी के अपहरण को लेकर सरकार को घेर रहे हैंं यूपीपी के नेता हेरोल्ड लोवेल ने कहा है कि सरकार को पूरे मामले को जनता के सामने साफ करना चाहिए।
विपक्ष के दबाव के बाद एंटीगुआ पीएम बैकफुट पर
विपक्ष की ओर से लगातार दबाव के बाद प्रधानमंत्री ब्राउन भी बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार ने चोकसी (Mehul Choksi News) के अगवा होने में कभी कोई मदद नहीं की। प्रधानमंत्री ब्राउन ने कहा, यह सच है कि मैंने कई बार सार्वजनिक तौर पर कहा कि मेहुल चोकसी (Mehul Choksi News) को डोमिनिका से सीधे भारत भेजेंगे, लेकिन इसका आधार यह था कि उसने द्वीप छोड़ दिया है। उस समयख् मुझे और मेरी सरकार को उसके अगवा होने का जरा भी अंदाजा नहीं था।
कैरिबियाई देश आर्थिक नुकसान के डर से प्रत्यर्पण से बच रहे
कैरेबियाई द्वीपों पर अपराधियों को संरक्षण देने वाली खरबों डॉलर (Mehul Choksi News) की इंडस्ट्री फल-फूल रही हैं इस विषय के विशेषज्ञ एन. मार्लो की जांच के मुताबिक 30 से अधिक देशों में नागरिकता की समान योजनाएं हैं, लेकिन इन द्वीपों के आॅफर ज्यदा आकर्षक हैं। यहां नागरिकता लेना काफी सस्ता है। साथ ही, व्यक्ति को अपने बैकग्राउंड की जानकारी नहीं देनी पड़ती है। पूर्वी कैरेबियाई द्वीपों के प्रशासन को डर है कि अगर वे प्रत्यर्पण शुरू करते हैं, तो इससे अरबों डॉलर का उद्योग तबाह हो जाएगा।










