Muradabad News : डीपीएस 'असली या नकली' मामला थाने पहुंचा, अभिभावकों ने किया हंगामा, प्रिंसिपल बोले- मैं कुछ नहीं जानता
Muradabad News : डीपीएस 'असली या नकली' मामला थाने पहुंचा, अभिभावकों ने किया हंगामा, प्रिंसिपल बोले- मैं कुछ नहीं जानता
Muradabad News : मुरादाबाद के दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) से जुड़ी एक बड़ी गड़बड़ी सामने आयी है। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल डीपीएस सोसाइटी से संबद्ध ही नहीं है और उनसे असली डीपीएस स्कूल की तरह पैसे वसूले जा रहे हैं। अरअसल बीते दिनों ट्रांसपोर्ट के मुद्दे पर शुरू हुआ यह टकराव अब अब थाने तक पहुंच गया है। अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल के प्रिंसिपल और मैनेजमेंट ने फर्जीवाड़ा करके उनसे फीस वसूली है जबकि सच्चाई यह है कि स्कूल दिल्ली पब्लिक स्कूल सोसायटी से ऑनलाइन संबद्ध ही नहीं है।
विवाद बढ़ने पर पुलिस प्रिंसिपल सुदर्शन सोनार को थाने लेकर गयी है वहीं मझोला थाने में अभिभावक भी लगातार हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और प्रबंधन के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है।
दरअसल मझोला थाने के सामने स्थित DPS स्कूल में गुरुवार 07 अप्रैल को अभिभावकों ने यह कहकर प्रदर्शन किया था कि पूरी फीस जमा करने के बाद भी स्कूल उन्हें ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं दे रही है। हंगामे के बाद प्रिंसिपल ने गुरुवार को कहा था कि वह भी मैनेजमेंट को रोजाना ट्रांसपोर्ट के लिए चिट्ठियां लिख रहे हैं, लेकिन अभी तक इस पर सुनवाई नहीं हुई है।
इसी कड़ी में शुक्रवार की सुबह भी अभिभावक स्कूल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। दैनिक भास्कर डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार अभिभावक दीपक गुप्ता ने बताया है कि ऑनलाइन चेक करने पर पता चला कि स्कूल DPS सोसायटी से संबद्ध नहीं है। वहीं दूसरे अभिभावक सुमित रहेजा, सचिन यादव आदि ने कहा कि जब उन्होंने प्रिंसिपल इस बारे में पूछा तो वह कुछ भी बोलने में आनाकानी करने लगे।
प्रिंसिपल के स्कूल का स्टेटस क्लियर नहीं करने पर लोगों ने 112 पर कॉल करके पुलिस बुला ली। उसके बाद पुलिस अभिभावकों और प्रिंसिपल को थाने ले आई। जहां पेरेंट्स ने प्रिंसिपल के खिलाफ तहरीर दी है।
वहीं थाने में बैठे डीपीएस के प्रिंसिपल सुदर्शन सोनार का कहना है कि स्कूल के स्टेटस को लेकर पेरेंट्स मुझसे लिखित में मांग रहे थे। मैं सिर्फ एक इम्प्लॉई हूं। मैं नहीं जानता कि स्कूल के स्टेटस को लेकर क्या बदलाव हुआ है। यदि ऐसा कुछ हुआ है तो वह प्रबंधन के स्तर पर हुआ होगा पर मुझे इसकी जानकारी नहीं है। उनकी ओर से मुझे इस बारे में अभिभावकों को कुछ अवगत कराने के निर्देश भी नहीं मिले हैं।