Pegasus Spyware Case : 'सरकार ने सुप्रीम कोर्ट और संसद को किया गुमराह', भाजपा सांसद ने ही सरकार को किया कठघरे में खड़ा
Pegasus Spyware Case : पेगासस स्पाईवेयर केस में केंद्र की मोदी सरकार बुरी तरह घिरती हुई नजर आ रही है। विपक्ष की ओर से लगातार सवाल दागे जा रहे हैं और आरोप लगाए जा रहे हैं कि सरकार ने देश को गुमराह करने का काम किया है। दरअसल न्यूयॉर्क टाइम्स (Newyork Times) ने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया है कि सरकार ने इजरायली कंपनी एनएसओ (NSO) से पेगासस सॉफ्टवेयर (Pegasus Software) खरीदा है। इस मामले पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद सुब्रमण्यन स्वामी (Subramanian Swamy) ने भी सरकार को घेरा है।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी (BJP MP Subramanian Swamy) ने शनिवार को पेगासस मामले (Pegasus Spyware Case) में सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि मोदी सरकार को न्यूयॉर्क टाइम्स के खुलासे का खंडन करना चाहिए। उसने दावा किया है कि सरकार ने इजरायली कंपनी एनएसओ से स्पाइवेयर पेगागस को करदाताओं के 300 करोड़ रुपये से खरीदा। इसका मतलब है कि पहली नजर में हमारी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट और संसद को गुमराह किया।
Modi government must rebut New York Times revelations today that It did indeed subscribe by payment from tax payers money of ₹ 300 crores to spyware Pegasus sold by Israeli NSO company. This implies prima facie our Govt misled Supreme Court and Parliament. Watergate ?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 29, 2022
स्वामी ने कहा, हमारी सरकार ने अब तक क्या खुलासा किया है? यही कि राष्ट्र हित के लिए वो बता नहीं सकते कि पीएलए ने भारत के क्षेत्र में कब्जा कर लिया है या नहीं। अब पढ़िए कि पेगासस पर सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से क्या कहा था। अपना काम ठीक करें। सरकार को छोड़ सिर्फ चाटुकार ही सबका अविश्वास करेंगे। स्वामी ने ट्विटर यूजर के जवाब में कहा कि लोकतांत्रिक देशों में खंडन करना एक बुनियादी उपकरण है। केवल ऑथोरिटेरियन असुरक्षित सरकारें नजरअंदाज करती हैं।
Rebuttal is a basic tool in democratic nations. Only authoritarian insecure governments ignore
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 29, 2022
पेगासस जासूसी प्रकरण पर कांग्रेस (Congress) ने भी सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। कांग्रेस ने कहा है कि सरकार ने संसद से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गुमराह किया है। इस मुद्दे को वह संसद में जोर शोर से उठाएगी और सुनिश्चित किया जाएगा कि दोषियों को जवाबदेह ठहराया जाए। सरकार का झूठ रेंगे हाथ पकड़ लिया गया है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि संसद में मोदी सरकार को झूठ बोलते हुए पकड़ा गया है। सदन में सरकार ने बताया था कि उनका पेगासस से कोई लेना-देना नहीं है। उसने कभी भी एनएसओ समूह से स्पाइवेयर नहीं खरीदा। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को गुमराह किया है।
Modi govt has been caught lying to Parliament that they had nothing to do with Pegasus and never bought the spyware from NSO group.
— Mallikarjun Kharge (@kharge) January 29, 2022
The govt has also misled the supreme court. We will ensure that those guilty will be held accountable and raise this vociferously in Parliament. pic.twitter.com/R3t56IL6wE
खड़गे ने कहा कि सरकार से पूछा गया था कि क्या उसने एनएसओ से कोई खरीद फरोख्त की थी। उस समय सरकार ने इसका जवाब दिया था। इसमें उन्होंने बताया था कि रक्षा मंत्रालय ने एनएसओ टेक्नोलॉजी के साथ कोई ट्रांजेक्शन नहीं किया। हालांकि न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे कई मीडिया संस्थान खुलकर सामने आ रहे हैं कि इसकी खरीद की गई। इसके जरिए अलग-अलग क्षेत्रों के तमाम विशिष्ट लोगों की जासूसी कराई गई।