किसान आंदोलन से अर्थव्यवस्था के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर : कैप्टन अमरिंदर सिंह
3 दिन बाद BJP ज्वाइन कर कैप्टन अमरिंदर पीएम मोदी को देंगे बर्थडे गिफ्ट, PLC का भी होगा विलय
जनज्वार। पंजाब के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। पिछले करीब 10 दिनों से चल रहे किसान आंदोलन के बीच यह सबसे अहम राजनीतिक मुलाकात है। इस मुलाकात के बाद कैप्टन अमरिंदर ने मीडिया से कहा कि उन्होंने गृहमंत्री से किसान आंदोलन का समाधान निकालने का आग्रह किया।
कैप्टन अमरिंदर ने मुलाकात के बाद कहा कि उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से पंजाब में अपनी स्थिति दोहरायी है और कहा है कि जल्द इसका कोई हल निकालना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे अर्थव्यवस्था व राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर पड़ रहा है।
मैंने गृह मंत्री को पंजाब में अपनी स्थिति दोहराई है और कहा है कि ज़ल्दी इसका कोई हल निकलना चाहिए और पंजाब के किसानों को भी अपील करता हूं कि हम ज़ल्दी इसका हल निकालें क्योंकि इसका पंजाब की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा पर असर हो रहा है: कैप्टन अमरिंदर सिंह #FarmersProtest https://t.co/sTtTuOKGpF pic.twitter.com/vIixtdGjEJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 3, 2020
कैप्टन अमरिंदर सिंह के बयान पर पंजाब की राजनीति में लगातार जड़े जमाने की कोशिश कर रही आम आदमी पार्टी ने कटाक्ष किया है और ट्वीट कर पूछा है कि क्या भाजपा की तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह भी किसानों को आतंकवादी समझते हैं जो किसानों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बता रहे हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि कैप्टन के पास बिल रोकने के कई मौके आए, लेकिन तब उन्होंने उस बिल को क्यों नहीं रोका। वे खुद इस बिल को बनाने के लिए बनायी गई कमेटी में शामिल थे।
क्या @capt_amarinder भी भाजपा की तरह किसानों को आंतकवादी समझते है जो किसानों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बता रहे है? pic.twitter.com/KScrvo3dFC
— AAP (@AamAadmiParty) December 3, 2020
अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि कैप्टन के परिवार पर इडी का केस चल रहा है, क्या इसी वजह से उन पर दबाव है। उनहोंने कहा कि था कि इडी का नोटिस भी उनके परिवार के पास आ रहा है। केजरीवाल ने कहा था कि मुख्यमंत्री कांग्रेस का और उनकी बोली भाजपा की है।
उधर, हरियाणा के मुख्यमंत्री व भाजपा नेता मनोहर लाल खट्टर ने शुरुआत में यह आरोप लगाया था कि कैप्टन अमरिंदर सिंह किसानों को आंदोलन के लिए भड़का रहे हैं, जिस पर कैप्टन ने कड़ी आपत्ति जतायी थी और कहा था कि वे उनसे अब बात नहीं करेंगे और न ही उनके पत्र का जवाब देंगे।