चर्चित IAS टीना-अतहर के तलाक में लगेंगे छह महीने, किया ये काम तो जल्द मिल जायेगा तलाक
जनज्वार। चर्चित IAS जोड़ी टीना डाबी-अतहर खान की शादी जितनी ज्यादा चर्चा में रही थी, उससे कहीं ज्यादा चर्चा में उनका तलाक है।
गौरतलब है कि 2015 बैच की आईएएस टॉपर टीना डाबी और अतहर आमिर ने जयपुर के पारिवारिक न्यायालय क्रम एक में तलाक की अर्जी दायर की है। उन्होंने दो साल पहले 2018 में शादी की थी। तब धार्मिक आलंबरदारों खासकर हिंदूवादी संगठनों ने उनकी शादी को लव जेहाद करार दिया था और एक बार फिर से उनके तलाक के बाद लव जेहाद को लेकर बात करनी शुरू कर दी है।
इनके तलाक की क्या वजह है, यह अभी सामने नहीं आयी है। टीना-अतहर के संयुक्त प्रार्थना पत्र पेश करने के बावजूद अभी इस आईएएस टॉपर जोड़ी को तलाक के लिए लगभग छह माह का समय लग सकता है। उसके बाद ही तलाक की डिक्री जारी हो पाएगी।
गौरतलब है कि पारिवारिक कोर्ट में तलाक की अर्जी दायर होने पर किसी भी जोड़े को अलग होने के लिए छह माह का समय तय होता है। इस दौरान दोनों के बीच यदि आपसी सहमति बन जाती है तो वे याचिका को वापस ले सकते हैं, मगर यदि सहमति ना बने और दोनों याचिका वापस ना लें तो अदालत तलाक की अर्जी मंजूर करते हुए डिक्री जारी कर सकता है।
IAS टीना-अतहर के तलाक की बात सामने आने के बाद विधि विशेषज्ञ बता रहे हैं कि अब कूलिंग पीरियड की बाध्यता नहीं होने के संबंध में सुप्रीम कोर्ट के फैसले भी आ चुके हैं, इसके लिए दोनों पक्षों को कोर्ट से जल्द सुनवाई की गुहार लगानी होगी। यदि कोर्ट जल्द सुनवाई के लिए तैयार होता है तो छह माह से कम समय में भी तलाक की अर्जी मंजूर हो सकती है।
कश्मीर मूल के अतहर खान ने यूपीएससी की परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल की थी तो टीना डाबी टॉपर रहीं थीं। दोनों की शादी ने मीडिया पर खासी सुर्खियां बंटोरी थीं।
आईएएस अधिकारी बनने के बाद से टीना डाबी कई बार चर्चा में आयी हैं। भीलवाड़ा जहां वो एसडीएम हैं, वहां कोरोना पर नियंत्रण के लिए उनकी खासी तारीफ हुई थी। उसके अलावा हाल में उन्होंने उनके नाम से फेसबुक आईडी चलाने को लेकर पुलिस में एक मामला दर्ज करवाया था।
भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी डाबी ने शिकायत की थी कि अज्ञात लोग उनके नाम से 10 फर्जी फेसबुक आईडी चला रहे हैं। इनमें कुछ आईडी उनके नाम से मिलती हुई थीं, लेकिन प्रोफाइल फोटो और कंटेंट उनके नाम से पोस्ट किए जा रहे थे।
कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन को लेकर भी वह सुर्खियों में आई थीं। कोरोना पर काबू पाने को लेकर भीलवाड़ा मॉडल की देश—विदेश में चर्चा हुई थी। उस समय डाबी वहां की एसडीएम थीं। उन्होंने कहा था कि सबसे पहले लोगों को भरोसे लेने के बाद जिले को आइसोलेट कर दिया था। इस वजह से कोरोना के मामले कम होने लगे थे।