Satyendar Jain Money Laundering Case : सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगियों के घरों पर हुई छापेमारी में ईडी को मिले 133 सोने के सिक्के और 2.82 करोड़ कैश

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Satyendar Jain Money Laundering Case : मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार किए गए आम आदमी पार्टी के नेता दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन उनके सहयोगियों के घरों पर हुई छापेमारी में ईडी ने करोड़ों रुपए कैश और सोना बरामद किया है। आपको बता दें कि ईडी ने सोमवार (6 जून, 2022) को कई जगहों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी के दौरान अस्पष्ट स्त्रोतों से पीएमएलए के तहत जुटाए गए 2.82 करोड़ रुपए नकद और 133 सोने के सिक्के और बिस्किट जब्त किए गए थे। इस मामले (Satyendar Jain Money Laundering Case) को लेकर कांग्रेस भी दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गयी है।
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से मंगलवार (7 जून, 2022) को जारी किए गए एक बयान में कहा गया है कि एजेंसी ने सत्येंद्र जैन, पूनम जैन और प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उनकी मदद करने वाले उनके सहयोगियों के खिलाफ एक तलाशी अभियान चलाया था। इनमें अंकुश जैन, वैभव जैन, नवीन जैन और सिद्धार्थ जैन (राम प्रकाश ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक), जीएस मथारू लाला शेर सिंह जीवन विज्ञान ट्रस्ट के अध्यक्ष), योगेश कुमार जैन (राम प्रकाश ज्वैलर्स प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक) शामिल हैं।
इस बीच कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमलावर हो गयी है। कांग्रेस नेता अल्का लांबा ने ट्वीट करते हुए कहा, "यहीं से साबित होता है कि अरविंद केजरीवाल आम नहीं, बेईमान आदमी है।"
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सत्येंद्र जैन को ईडी (Satyendar Jain Money Laundering Case) ने गिरफ्तार किया है। ईडी ने सीबीआई की ओर से सत्येंद्र जैन के खिलाफ दायर की गई एक एफआईआर के आधार पर आपराधिक मामला दर्ज किया था। इसमें बताया गया कि जैन चार कंपनियों द्वारा प्राप्त धन के स्त्रोतों की जानकारी नहीं दे पाए, जिनमें वह शेयरहोल्डर हैं। पिछले महीने, ईडी ने इन कंपनियों से संबंधित 4.81 करोड़ रुपये की अचल संपत्तियां कुर्क किया था। सत्येंद्र जैन पर आरोप है कि दिल्ली में कई फर्जी कंपनियों को उन्होंने खरीदा था। साथ ही उन पर कोलकाता के तीन हवाला ऑपरेटरों की 54 फर्जी कंपनियों के जरिए 16.39 करोड़ रुपए के काले धन को सफेद करने का भी आरोप है।
गिरफ्तारी के बाद सत्येंद्र जैन के घर समेत कई अन्य ठिकानों पर पड़े छापे
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 2015 में केजरीवाल सरकार में मंत्री बनने के बाद उनके सभी शेयर उनकी पत्नी के नाम कर दिए गए थे। इन कंपनियों का प्रयोग कोलकाता की कंपनियों को नकद पैसे भेजने के लिए किया जाता थे, जो बाद में शेयर खरीदने के नाम पर (Satyendar Jain Money Laundering Case) कानूनी रूप से जैन को वापस कर दिए जाते थे।





