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Subramanian Swamy News: दिल्ली में एक बंगले के लिए रिरियाने पर मजबूर हुए सुब्रमण्यम स्वामी, खाली नहीं कर रहे सरकारी आवास

Janjwar Desk
28 Oct 2022 5:54 PM GMT
Subramanian Swamy News: दिल्ली में एक बंगले के लिए रिरियाने पर मजबूर हुए सुब्रमण्यम स्वामी, खाली नहीं कर रहे सरकारी आवास
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Subramanian Swamy News। अपने बयानों और कामों से भारतीय राजनीति में उथलपुथल मचाने वाले देश के चर्चित भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी इन दिनों दिल्ली में एक अदद बंगले के लिए केंद्र सरकार के सामने रिरियाने के लिए मजबूर हो गए हैं।

Subramanian Swamy News। अपने बयानों और कामों से भारतीय राजनीति में उथलपुथल मचाने वाले देश के चर्चित भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी इन दिनों दिल्ली में एक अदद बंगले के लिए केंद्र सरकार के सामने रिरियाने के लिए मजबूर हो गए हैं। अपने विपक्षियों को कानूनी दांव पेंच से शहीद करने की कला में पारंगत स्वामी खुद ही नियमों का पालन न करते हुए केंद्र सरकार पर आरोप लगाने पर आमादा हैं। ताजा मामला उन्हें बतौर सांसद दिल्ली में आवंटित उस बंगले से जुड़ा है जिसे मियाद पूरी होने के बाद भी वह खाली करने को राजी नहीं हैं।

संदर्भ के तौर पर बताते चले कि सुब्रमण्यम स्वामी जब सांसद थे तब उन्हें दिल्ली में एक सरकारी आवास अलॉट किया गया था। उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हें सरकारी आवास खाली करने के लिए कहा गया तो बंगले के मोह में फंसे स्वामी ने सितंबर में अपने आप को जेड श्रेणी सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति का हवाला देते हुए सरकारी आवास के आवंटन को जारी रखने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। लेकिन हाईकोर्ट की पीठ ने उनकी इस चालबाजी को समझते हुए इस तरह की कोई भी राहत देने से इनकार करते हुए उन्हें बंगला खाली करने के निर्देश दिए थे। पीठ का कानूनी व्याख्या के अनुसार यही मानना था कि स्वामी को मूल रूप से 5 साल के लिए ही इस आवास का आवंटन किया गया था, जिसकी अवधि अब समाप्त हो गई है। हाई कोर्ट में विक्टिम कार्ड खेलते समय स्वामी को आशा थी कि उनकी समय समय पर की गई मदद की एवज में केंद्र सरकार इस मामले में कोर्ट में अपना रुख नरम कर लेगी। जिससे उनका बंगले पर कब्जा जमाए जाने का मंसूबा पूरा हो जायेगा। लेकिन केंद्र सरकार ने स्वामी की इच्छा के विरुद्ध कोर्ट में बताया कि यह बंगला अन्य मंत्रियों और सांसदों को आवंटित करने की आवश्यकता है। ऐसे में उन्हें बंगला खाली कर देना चाहिए।

स्वामी को मिले सरकारी आवास की आवंटन की तारीख इस साल अप्रैल में खत्म हो गई थी। उन्हें साल 2016 में यह बंगला आवंटित किया गया था। स्वामी को उनकी जान का खतरा होने की धारणा के चलते केंद्र सरकार ने 5 साल के लिए दिल्ली में यह बंगला आवंटित किया था।

केंद्र सरकार के इस रुख से हैरान परेशान स्वामी ने अब अपना बंगला बचाने के लिए केंद्र सरकार पर ही हमला बोल दिया है। बंगला मोह में फंसे स्वामी का केंद्र सरकार पर आरोप है कि वह बंगला अलॉटमेंट को लेकर उनसे द्वेष पाले हुए है। पूर्व सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर मोदी सरकार को घेरते हुए अपने सरकारी आवास को लेकर हमला बोला है। उन्होंने सवाल किया कि मोदी सरकार को उन्हें सरकारी घर अलॉट करने में क्या परेशानी है। बंगला बचाने के लिए स्वामी ने यह भी दावा किया कि गृहमंत्री अमित शाह ने संघ के एक नेता को स्वामी को सरकारी आवास और जेड सिक्योरिटी जारी रखने का आश्वासन दिया था।

उन्होंने एक ट्वीट कर कहा, "मोदी सरकार को मुझे सरकारी आवास अलॉट करने में परेशानी क्यों है। मैं नहीं जानता। पिछले साल 2021 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक महत्वपूर्ण अधिकारी ने मुझे जानकारी दी थी कि अमित शाह ने उनसे कहा था कि यह निर्णय हो चुका है कि मेरा पंडारा रोड स्थित आवास का अलॉटमेंट जारी रहेगा और इसलिए जेड सिक्योरिटी की सुरक्षा भी जारी रहेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।"

कुल मिलाकर विपक्ष को हैरान परेशान कर भारतीय जनता पार्टी की आंखों के तारे बने सुब्रमण्यम स्वामी इन दिनों दिल्ली में एक अदद सरकारी बंगले के लिए केंद्र सरकार के सामने एक तरह से रिरियाने के लिए मजबूर हैं। लेकिन मोदी शाह की शक्तिशाली सरकार उनकी इस पुकार पर कान तक देने को तैयार नहीं है। ऐसे में लगता यही है कि एक समय में भाजपा की आंखों के दुलारे स्वामी भी उसी परिणीति को पहुंच गए हैं, जिस पर काम निकलने के बाद हर नेता का पहुंचना तय होता है।

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