Union Budget 2022: बजट में मोबाइल फोन चार्जर समेत ये चीजें हुईं सस्तीं, जानिए क्या-क्या हो गया महंगा!
Union Budget 2022: बजट में मोबाइल फोन चार्जर समेत ये चीजें हुईं सस्तीं, जानिए क्या-क्या हो गया महंगा!
Union Budget 2022: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आम बजट पेश किया। इसमें उन्होंने कई चीजों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई और कुछ जगहों पर शुल्क कम किया है। इन घोषणाओं का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। इससे कपड़ा, मोबाइल फोन चार्जर और चमड़ा सस्ता होगा। खेती के सामान पर भी सरकार ने ड्यूटी घटाई है। पिछले बजट में नायलॉन के कपड़े, लोहा, स्टील, कॉपर आइटम्स, सोना, चांदी और प्लेटिनम जैसी चीजें सस्ती हुई थीं। जानें इस बार क्या महंगा और क्या सस्ता होगा।
इनकी कीमत घटेगी
खेती का सामान, चमड़ा, कपड़ा, पैकेजिंग के डिब्बे, मोबाइल फोन चार्जर और जेम्स एंड ज्वैलरी सस्ते होंगे। एमएसएमई को मदद मुहैया कराने के लिए स्टील स्क्रैप पर कस्टम ड्यूटी छूट को 1 साल के लिए बढ़ा दिया गया है। जेम्स एंड ज्वैलरी पर कस्टम ड्यूटी घटाकर 5 फीसदी कर दी गई है। कट और पॉलिश्ड डायमंड पर भी कस्टम ड्यूटी घटाकर 5 फीसदी कर दी गई है। मेंथा ऑयल पर कस्टम ड्यूटी को घटाया गया। मोबाइल फोन के चार्जर, ट्रांसफॉर्मर आदि पर कस्टम ड्यूटी में छूट दी गई है, ताकि घरेलू मैन्युफैक्टरिंग को बढ़ावा दिया जा सके।
यह महंगे होंगे ?
कैपिटल गुड्स पर आयात शुल्क में छूट खत्म कर दी गई है। इस पर 7.5 फीसदी आयात शुल्क लगा दिया गया है। इमिटेशन ज्वैलरी पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई, ताकि इसके आयात को कम किया जा सके। विदेशी छाता भी महंगा होगा। इसके अलावा इस साल अक्टूबर से बिना ब्लेंडिंग वाले फ्यूल पर 2 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी लगेगी।
कच्चे माल पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई
इस बजट में कई तरह के कच्चे माल पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई और कुछ स्टील उत्पादों पर ड्यूटी हटाई गई है। इसके अलावा कॉपर स्क्रैप पर ड्यूटी को 5% से घटाकर 2.5% कर दिया गया। मोबाइल्स के कुछ पार्ट्स पर 2.5% ड्यूटी लगाई गई।सीतारमण ने कस्टम्स में 400 से ज्यादा छूटों की समीक्षा करने का प्रस्ताव दिया है। पिछले बजट में कॉटन, सिल्क, प्लास्टिक, लेदर, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स, ऑटो पार्ट्स, सोलर प्रॉडक्ट्स, मोबाइल, चार्जर, इम्पोर्टेड कपड़े, रत्न, LED बल्ब, फ्रिज/एसी और शराब महंगे हुए थे।
बजट का असर ज्यादा जरूरी चीजों पर नहीं
केंद्रीय बजट अब बहुत ज्यादा चीजों की कीमतों को नहीं प्रभावित करता है, क्योंकि 90% वस्तुओं की कीमत GST के दायरे में आती हैं। GST काउंसिल इन चीजों की कीमतें तय करती है। लेकिन विदेशी वस्तुओं पर इम्पोर्ट ड्यूटी सरकार तय करती है, इसलिए बजट में इम्पोर्ट ड्यूटी की घोषणा बजट में की जाती है। इम्पोर्ट ड्यूटी वह टैक्स है जो विदेश से आने वाली चीजों पर वसूला जाता है।