UP : कथित चंदाचोरों के लिए आंखें तरेरने वाली कांग्रेस भी धंधे में उतरी, अखबार में विज्ञापन देकर मांगा चंदा
यूपी कांग्रेस कमेटी के ललन कुमार की तरफ से निकाला गया चंदे का विज्ञापन.
जनज्वार, लखनऊ। कथित चंदाचोरों के खिलाफ आवाज बुलंद करते-करते भाजपा की मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रही कांग्रेस भी चंदा मांगने पर उतर आई है। चंदा मांगने के लिए आज विधिवत एक अखबार में विज्ञापन भी निकाला गया है।
चंदे का यह विज्ञापन उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया एंड कम्युनिकेशन संयोजक ललन कुमार की तरफ से निकाला गया है। विज्ञापन में बाकायदा सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का भी फ़ोटो चिपकाया गया है।
कांग्रेस पार्टी के ललन कुमार की तरफ से यह चंदा तीन महत्वपूर्ण कामों के लिए लिया जाना बताया जा रहा है। जिसमें सेनेटाइजेशन ड्राइव, हर घर राशन व सबको मदद देने के नाम पर निकाला गया है। विज्ञापन में क्यू-आर कोड समेत किन-किन एप्प पर भेजने की व्यवस्था है, यह भी दर्शाया गया है।
कांग्रेस पार्टी के इस चंदा अभियान पर लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार व न्यूज़ पेपर ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सुशील दुबे ने चुटकी लेते हुए जनज्वार से कहा कि 'दे दे अल्लाह के नाम पर दे दे। सोनिया, राहुल, प्रियंका के नाम पर दे दे। यूपी लेवल के फ़क़ीर आये हैं। तुझको रक्खे राम। लो कल लो बात, चंदा चोरों के खिलाफ लड़ने वाली पार्टी के नेता दो दिनों में ही चंदे के लिये रिरियाने लगे वो भी लाखों के विज्ञापन देकर। जियो लल्लू लल्लन गुरु।'
सुशील आगे सवाल करते हैं 'जंहा एक तरफ प्रियंका जी पसीना-पसीना हुई जा रही हैं, पैसा भेज-भेजकर। वहीं ये वीर सीना ठोंककर क्या खेल करना चाह रहे हैं? कांग्रेस की जगह प्राइवेट एकाउंट क्यों? क्या ये डिजाइन दिल्ली से अप्रूव किया गया है? वैसे अभी तक कि सेवा सत्कार का खर्चा किस खाते से हुआ है, क्योंकि कांग्रेस के इतिहास में शायद ऐसा कभी नहीं हुआ इसलिये ये गंभीर जांच का विषय है दिल्ली के लिये।'
इस मामले पर जनज्वार को एक वॉयस रिकॉर्डिंग भी भेजी गई है, जो यूपी मीडिया कोऑर्डिनेटर संजीव आनंद और ललन कुमार के बीच हुई बातचीत की है। इस टेप में संजीव ललन से बात करते हुए पूछते हैं कि क्या ये विज्ञापन उन्होंने अपनी तरफ से निकाला है। जिसपर ललन कहते हैं 'हां बिल्कुल, मेरी मर्जी है मैं पार्टी की सेवा कर रहा हूँ।'
इस टेप में आगे संजीव आनंद आगे पूछते हैं कि क्या यह बात आलाकमान को पता है कि आपने विज्ञापन निकलवाया है? जिसपर ललन कुमार जवाब देते हैं, नहीं किसी को पता नहीं, और इसके लिए मैं स्वतंत्र हूँ। मैं अपनी मर्जी से कुछ भी कर सकता हूँ। आप अपना काम करें। आगे ललन कुमार की भाषा टेप में संजीव आनंद के लिए तीखी हो जाती है। संजीव यह भी कते हैं कि चंदा मांगने के लिए आपने अपना खाता पर्सनल दिया है और फोटो पार्टी नेताओं की जिसपर ललन बताते हैं, यह उनकी मर्जी है।
इस टेप के जारी होने से पहले जनज्वार संवाददाता ने भी ललन कुमार से संपर्क करने की कोशिश की। फोन उनके किसी अन्य कार्यकर्ता ने उठाया जिसने जवाब दिया कि ललन कुमार किसी मीटिंग में उलझे हैं, फ्री होते ही आपकी बात करवाई जाएगी। लेकिन टेप सामने आने के बाद हमने ललन कुमार की बातचीत सुनकर फोन करना मुनासिब नहीं समझा।