बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में सोमवार 6 जुलाई की देर रात पीसीएस अधिकारी मणि मंजरी राय ने आत्महत्या कर ली। राय अपने आवास पर पंखे पर लटकी हुईं पाई गईं। इसके बाद पुलिस को जैसे ही सूचना मिली तो घटनास्थल पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर कब्जे में लिया और फिर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
मणि मंजरी राय के शव के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ जिसमें उन्होंने लिखा है कि वह दिल्ली, मुंबई से बचकर बलिया चली आई लेकिन यहां उन्हें रणनीति के तहत फंसाया गया है जिससे वह काफी दुखी हैं। लिहाजा उनके पास आत्महत्या के अलावा कोई विकल्प नहीं हैं।
आत्महत्या करने वाली पीसीएस अधिकारी बीते कुछ महीनों से सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं थीं लेकिन साल 2017 और 2018 में उन्होंने अपने फेसबुक में दिल को छूने वाली कविताएं लिखी थीं।
मणि मंजरी राय ने एक दूसरी कविता साल 2017 में अपने फेसबुक पोस्ट में लिखी थी। यह कविता उन्होंने खासतौर पर लड़कियों के लिए लिखी थी।
मणि मंजरी राय के गांव कनुआन के लो बताते हैं कि मंजरी बचपन से बेहद मेधावी थीं। वह न सिर्फ अपने गांव यूपी के गाजीपुर जिले के गांव कनुआन से निकलकर बीएचयू में पढ़ने वाली पहली लड़की थीं, बल्कि वह अपने गांव की पहली महिला पीसीएस चयनित हुईं थीं। मंजरी के पिता जय ठाकुर राय बलिया में ही ग्रामीण बैंक में मैनेजर पद पर कार्यरत थे। वह दो साल पहले ही सेवानिवृत्त हुए थे। वह दो भाइयों की इकलौती बहन थीं। उनके बड़े भाई का नाम अवनीश और छोटे का नाम विजय है। अभी पीसीएस अधिकारी मंजरी की शादी नहीं हुई थी।