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योगी के यूपी में बाइक बोट घोटाला, 2 लाख से ज्यादा लोगों से लूटे गए अरबों रुपए
जनज्वार, लखनउ। उत्तर प्रदेश के नोएडा समेत राज्य के अलग-अलग जनपदों से जुड़े बाइक बोट घोटाले में आज पुलिस टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर भारी संख्या में बाइकें बरामद की हैं। यह छापेमारी करने के लिए मेरठ जोन की ईओडब्लू टीम ने पांच टीमें गठित की थीं, जिसके बाद मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर सहित बागपत जिले में भी छापेमारी की गई। विभिन्न जनपदों में हुई इस छापेमारी में लगभग 200 मोटर बाइकें बरामद की गई हैं।
दरअसल साल 2019 में नोएडा व उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बाइक बोट घोटाले को लेकर 56 एफआईआर दर्ज हुई थी जिसके बाद शासन के आदेश पर 14 फरवरी 2020 को इन मामलों की जांच इकोनामिक ऑफेंस विंग को सौंप दी गई थी। घोटाले में अब तक जो सामने आया है उसके मुताबिक ग्रेटर नोएडा निवासी संजय भाटी की कंपनी गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड की ओर से एक स्कीम लॉन्च की गई जिसमें 62,200 रुपये जमा करने पर बाइक देने और उस बाइक को टैक्सी के रूप में चलाने पर उसके एवज में हर महीने 9765 रुपये देने का प्रलोभन दिया गया था और यह डील एक साल तक चलने का झांसा दिया गया था। जिसके बाद लाखों लोग और फ्रेंचाइजी इस स्कीम से जुड़ गए और संजय भाटी की कंपनी ने बाजार से करीब 3000 करोड़ रुपए वसूले।
शुरुआत में कुछ लोगों को महीने के हिसाब से रकम लौटाई भी गई लेकिन कुछ महीने बाद ही कंपनी ने रकम देना बंद कर दिया और यह सारी रकम अलग-अलग जिलों में रियल स्टेट के प्रोजेक्ट में लगा दी गई जिसके बाद से ही मामले के मुख्य आरोपी संजय भाटी समेत 19 लोग जेल में बंद हैं। बताया जाता है कि उस वक्त यानी 2019 में संजय भाटी ने खुद जाकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
डायरेक्टर जनरल ईओडब्ल्यू आरपी सिंह ने बताया कि बाइक बोट घोटाले में आज मेरठ जोन की ईओडब्लू टीम ने छापेमारी के लिए 5 टीमें बनाई थी जिसके बाद मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, बागपत में छापेमारी की गई. जिसमें मुजफ्फरनगर के शिल्पी राज के गोदाम से 50 बाइक, गाजियाबाद के मुरादनगर में इरफान की निशानदेही पर ईदगाह के पास एक इंटर कॉलेज से 25 बाइक, गाजियाबाद के कुलदीप त्यागी की निशानदेही पर 47 बाइक, हापुड़ की राजेश रानी की निशानदेही पर घर के पास बने एक किराए के गोदाम से 22 बाइक, मेरठ के विकास लांबा जो कंपनी के फ्रेंचाइजी हैं उनकी निशानदेही पर 21 बाइक सहित बागपत के कपिल कुमार की निशानदेही पर कुल 13 बाइकें बरामद की गई हैं।
गौरतलब है कि यूपी के मरेठ से तीन साल पहले बाइक बोट कंपनी की शुरुआत हुई। कंपनी ने बाइक बोट की पोंजी स्कीम लाकर एक साल में दोगुना रकम करने का झांसा देकर लोगों को शिकार बनाना शुरू किया। जिसके बाद कंपनी ने दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, आंध्र प्रदेश तक अपना जाल फैला दिया। तीन साल में करीब सवा दो लाख लोगों से करीब 14 अरब रुपये ठग लिए। नवंबर-दिसंबर 2018 को कंपनी ने किस्त देनी बंद की तो निवेशकों की धड़कन बढ़ने लगी। उन्हें लगने लगा कि वह ठगी का शिकार हो गए। एक के बाद के धीरे निवेशक कंपनी के खिलाफ आवाज उठाने लगे।
2019 में पुलिस ने दावा किया था कि कंपनी ने दो लाख से अधिक लोगों से ठगी की है। हालांकि पुलिस अब तक कितनी रकम ठगी जा चुकी है इसका आंकलन नहीं कर सकी है। बाइक बोट कंपनी के मालिक संजय भाटी ग्रेटर नोएडा के चीती गांव का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि ग्रेनो के एक बड़े मॉल में भी उनका निवेश है। वहीं अन्य सूत्र कहते हैं कि उक्त मामले में करीब 3 लाख लोगों से ठगी की गई थी। ईओडब्ल्यू के मुताबिक यह घोटाला करीब 2600 करोड़ रुपयों से अधिक का है। जिसका मास्टरमाइंड संजय भाटी सहित 19 अन्य लोग भी दोषी हैं।