Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

यूपी : पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के अमेठी व लखनऊ स्थित ठिकानों पर इडी ने मारा छापा

Janjwar Desk
30 Dec 2020 6:36 AM GMT
यूपी : पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के अमेठी व लखनऊ स्थित ठिकानों पर इडी ने मारा छापा
x
गायत्री प्रजापति पर 2012 से 2017 के बीच यूपी सरकार का कैबिनेट मंत्री रहते आय से छह गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय ने अगस्त 2019 में गायत्री प्रजापति व पांच आइएएस अफसरों पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था।

जनज्वार। उत्तरप्रदेश की पूर्ववर्ती अखिलेश यादव सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति के अमेठी व लखनऊ स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय ने बुधवार की सुबह छापा मारा है। अमेठी के आवास विकास काॅलोनी स्थित आवास और लखनऊ स्थित आवास के साथ राजधानी के विभूतिखण्ड के ओमेक्स के आॅफिस पर इडी की एक साथ छापेमारी चल रही है। यह छापेमारी उसके द्वारा आय से अधिक संपत्ति जुटाने के मामले में की गयी है।

गायत्री प्रजापति पर 2012 से 2017 के बीच यूपी सरकार का कैबिनेट मंत्री रहते आय से छह गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय ने अगस्त 2019 में गायत्री प्रजापति व पांच आइएएस अफसरों पर मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था।

विभूतिखंड के ओमेक्स में स्थित आफिस गायत्री प्रजापति के बेटे का है। नाबालिग से बलात्कार के आरोप में जेल में बंद गायत्री प्रजापति के ड्राइवर रामराज के प्रयागराज स्थित घर पर भी इडी की टीम पहुंची है। गायत्री को 15 मार्च 2017 को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

घोषित स्रोतों के अनुसार, मंत्री बनने से पहले उसके पास 50 लाख की संपत्तियां थी, लेकिन बाद में जांच के दौरान उसके पास तीन करोड़ की संपत्ति मिली।

उस पर खनन घोटाले के जरिए संपत्तियां अर्जित करने का आरोप है। इस मामले में इडी ने अगस्त 2019 में सीबीआइ की एफआइआर को आधार बनाकर गायत्री प्रजापति सहित पांच आइएएस अफसरों पर प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था। आरोप के अनुसार, उसने मंत्री रहते अपने करीबियों के नाम पर 22 बेनामी संपत्तियां खरीदी। इसमें उसके रिश्तेदार, निजी सहायक से लेकर ड्राइवर तक शामिल हैं।

गायत्री प्रजापति पर बलात्कार का मामला

गायत्री प्रजापति के खिलाफ 2017 में सामूहिक बलात्कार का केस दर्ज हुआ था। इस मामले में तीन जून 2017 को गायत्री प्रजापति के अलावा छह अन्य लोगों पर चार्जशीट दायर की गई थी, इसके बाद 18 जुलाई 2017 को लखनऊ की पॉक्सो स्पेशल कोर्ट ने सभी सात आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया।

चित्रकूट की रहने वाली एक महिला ने साल 2016 में तत्कालीन खनन मंत्री गायत्री प्रजापति पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। रेप का आरोप लगाने वाली महिला ने कहा था कि उसने न सिर्फ मेरा बल्कि मेरी बेटी के साथ भी दुष्कर्म किया। इसी शिकायत के आधार पर गायत्री प्रजापति को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। तब तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार ने रेप का आरोप लगने के बाद गायत्री प्रजापति को मंत्री के पद से हटा दिया गया था।

Next Story

विविध