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Kannauj News: ईट-भट्ठा मजदूर के खाते में 2.70 खरब आने के बाद परिवार में बनने लगी योजना, 24 घंटे बाद ही लगा झटका
Kannauj News: ईट-भट्ठा मजदूर के खाते में 2.70 खरब आने के बाद परिवार में बनने लगी योजना, 24 घंटे बाद ही लगा झटका
Kannauj News, Kannauj Samachar: जिले के छिबरामऊ के कमालपुर गांव में रहने वाले बिहारी लाल राजस्थान के एक ईंट-भट्ठे पर ईंट पथाई का काम करते हैं। बारिश के दिनों में ईट पथाई का काम बंद होने पर घर आ गये। उसे पैसों की जरूरत थी मित्र बैंक पहुंचा। उसके बैंक खाते में 2.70 खरब रुपयें जमा होते हैं। 24 घंटे तक बैंक जमा खाता में 2.70 खरब यानी 2700 करोड़ रुपया देखकर मजदूर की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। इतनी बडी धनराशि आने के बाद परिवार मे जश्न का माहौल रहता। लेकिन सोमवार को बैंक जाता है तो नशा उतर जाता है। बैंक को गलती का अहसास होता है और खाता संचालन दुरुस्त होते ही करीब बीस हजार रुपयें महीनें कमाने वाले मजदूर के खाते में 2.70 खरबकी जगह 126 रुपए ही बच जाते हैं।
रविवार को बिहारी लाल को कुछ पैसों की जरूरत थी तो वह गांव में ही बैंक मित्र के पास पहुंचे। बैंक मित्र ने खाता चेक किया तो परेशान हो गया। उसने बताया कि बिहारी लाल तुम्हारे खाते में 27 अरब रुपए आ गए हैं। बिहारी लाल को भी विश्वास नहीं हुआ। बैंक मित्र ने इसके बाद बैंक की स्लिप (बैंक स्टेटमेंट) निकाल कर दी।
यह सुनकर खाताधारक भी अचंभित हो गया। सोमवार सुबह श्रमिक बैंक आफ इंडिया शाखा पर पहुंचा। भीड़ अधिक होने पर वह खाता चेक नहीं करा पाया और वापस लौट गया। इसके बाद दोबारा मिनी ब्रांच पर जाकर खाता चेक करवाया। उस समय तक खाते में आए रुपये वापस जा चुके थे।
मजदूर ने बताया कि खाते में 2,70,78,58,13,894 रुपये आए थे। इस संबंध में मिनी ब्रांच संचालक कमालपुर निवासी विमलेश ने बताया कि रविवार शाम चार बजे करीब बिहारी लाल खाते में धनराशि की जानकारी के लिए आए थे। खाते में 12 डिजिट की धनराशि दिख रही थी। ऐसे में उनसे बैंक जाकर एंट्री करवाने को कहा था। इस पर उन्होंने स्क्रीनशाट ले लिया था। सुबह बैंक में बैलेंस पता नहीं चलने पर बिहारी लाल ने किसी केंद्र पर पड़ताल कराई। वहां धनराशि शो नहीं कर रही थी। बैंक से संपर्क किया गया तो वहां से खाते में केवल 126 रुपये होने की जानकारी दी गई। इस संबंध में काफी प्रयास के बाद भी लीड बैंक प्रबंधक अभिषेक सिन्हा से संपर्क नहीं हो सका।बिहारी लाल ने उसी समय दस हजार रुपये भी निकालने को कहे तो भी उस समय पैसा नहीं निकला। इसके बाद भी बिहारी लाल इतना खुश हो गया कि शराब का सेवन किया। पूरे गांव में यह बात सबको बता दी। सोमवार को जब बिहारी लाल बैंक गया तो वहां काफी भीड़ थी। इसी कारण खाता नहीं चेक किया, शाम को जब फिर बैंक मित्र के पास गया तो उसने बताया कि वह रुपए अब वापस हो चुके हैं। उसकी खुशियां मायूसी में बदल गईं। पता चला कि उसके खाते में आए सारे रुपए वापस हो गए हैं। अब उसके अकाउंट में महज 126 रुपए ही बचे हुए हैं।