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शिक्षा

Janjwar Exclusive: UPTET 2021 परीक्षा प्रश्नपत्र पर अभ्यर्थियों ने उठाये सवाल, 2017 के पेपर के सौ से ज्यादा सवाल हुए रिपीट!

Janjwar Desk
24 Jan 2022 10:11 AM GMT
Janjwar Exclusive: UPTET 2021 परीक्षा प्रश्नपत्र पर अभ्यर्थियों ने उठाये सवाल, 2017 के पेपर के सौ से ज्यादा सवाल हुए रिपीट!
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Janjwar Exclusive: UPTET 2021 परीक्षा प्रश्नपत्र पर अभ्यर्थियों ने उठाये सवाल, 2017 के पेपर के सौ से ज्यादा सवाल हुए रिपीट!

UPTET 2021: रविवार को आयोजित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 के प्रश्नपत्रों पर प्रदेश भर के अभ्यर्थियों ने सवाल खड़े किए हैं। इससे पूर्व यह परीक्षा पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई थी।

लक्ष्मी नारायण शर्मा की रिपोर्ट

UPTET 2021: रविवार को आयोजित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 के प्रश्नपत्रों पर प्रदेश भर के अभ्यर्थियों ने सवाल खड़े किए हैं। इससे पूर्व यह परीक्षा पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई थी। फुल प्रूफ तैयारियों के दावे के बीच दुबारा कराई गई परीक्षा में एक ओर जहां पूरे प्रदेश में कई जगह सॉल्वर पकड़े गए तो दूसरी ओर प्रश्नपत्रों को लेकर भी सवाल खड़े किए गए हैं। परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने प्राथमिक स्तर के प्रश्नपत्र में लगभग सौ से अधिक सवाल रिपीट किये जाने के दावे किए हैं। अभ्यर्थी कह रहे हैं कि वर्ष 2017 में हुई यूपीटीईटी की परीक्षा के प्रश्न बड़ी संख्या में हूबहू रिपीट कर दिए गए हैं।

विवादों के साये में यूपीटीईटी 2021 परीक्षा के पहली बार रद्द होने के बाद इसका दुबारा आयोजन किया गया लेकिन इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। यूपीटीईटी परीक्षा के दुबारा कराये जाने के बाद अभ्यर्थियों ने गम्भीर सवाल खड़े किए हैं। गोरखपुर के रहने वाले अभ्यर्थी नीरज कसौधन ने जनज्वार को बताया कि प्राथमिक स्तर के पेपर में 150 में से 93 सवाल 2017 की परीक्षा के प्रश्नपत्र से रिपीट किये गए हैं। इसी तरह उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में भी वर्ष 2017 की ही परीक्षा से बड़ी संख्या में प्रश्न रिपीट किये गए हैं। यह एक तरह से अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और परीक्षा के नाम पर मजाक किया गया है।

फर्रुखाबाद के रहने वाले अभ्यर्थी मनीष बताते हैं कि हमने जब वर्ष 2017 के प्राथमिक स्तर के प्रश्नपत्र का इस बार के प्रश्नपत्र से मिलान किया तो 106 सवाल रिपीट पाए गए हैं। ऐसा लग रहा है कि कोचिंग संचालकों के प्रभाव में यह काम हुआ है। यह भी लग रहा है कि कुछ खास लोगों को फायदा पहुंचाने के मकसद से यह काम हुआ होगा। यह बड़ी लापरवाही है। आखिरकार किसी एक वर्ष के प्रश्नपत्र से इतनी बड़ी संख्या में सवाल कैसे रिपीट किये जा सकते हैं। ईमानदारी से तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों का इससे नुकसान होगा।


युवा हल्ला बोल अभियान के राष्ट्रीय सचिव और वर्ष 2017 में यूपीटीईटी के अभ्यर्थी रहे उत्सव यादव ने जनज्वार को बताया कि वर्ष 2017 में यूपीटीईटी का प्राथमिक स्तर का जो पेपर था, उसके लगभग सौ से अधिक सवाल इस बार रिपीट हुए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि प्रदेश में योग्य युवाओं की कमी है जबकि सच्चाई यह है कि प्रदेश सरकार के पास परीक्षा कराने लायक सक्षम एजेंसी तक नहीं है। जिस तरह से बड़ी संख्या में प्रश्नों का दोहराव हुआ है, उससे तो इसे पेपरलीक ही कहा जाना चाहिए।

यूपीटीईटी परीक्षा पर मंडरा रहा विवादों का साया फिलहाल खत्म होता दिखाई नहीं दे रहा है। परीक्षा के दौरान कई तरह प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के दावे किए गए जिनका परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने खण्डन करते हुए ऐसे पोस्टों को भ्रामक बताते हुए कार्रवाई करने की बात कही। परीक्षा के दौरान आजमगढ़ और जौनपुर जिलों में डमी परीक्षार्थी भी पकड़े गए। अमेठी में एक परीक्षा केंद्र पर एक अभ्यर्थी कान में ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़ा गया। प्रदेश भर में इस परीक्षा के दौरान कई तरह के विवाद और हंगामे की खबरें दिन भर सामने आती रहीं।

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