22 साल-दो शहर-2465 अग्निकांड और 100 करोड़ का नुकसान, उत्तराखंड के काशीपुर और बाजपुर की खौफनाक तस्वीर
Uttarakhand Fire Service Department Realilty : प्रदेश में प्रचंड बेरोजगारी के बाद भी राज्य के कई विभागों में एक तिहाई तक पद रिक्त होने के बाद भी नियुक्तियां नहीं की जा रही हैं। ऐसे ही एक अग्निशमन विभाग के केवल दो स्टेशनों में करीब एक तिहाई पद रिक्त चल रहे हैं। इन इलाकों में हुए अग्निकांडों से जुड़ी सूचनाएं मांगने पर यह पता चला है कि पिछले बाइस सालों (2000 से 2022 तक) में काशीपुर-बाजपुर क्षेत्र में 2465 अग्निकाण्ड हुये हैं, जिसमें सौ करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है। काशीपुर व बाजपुर के इन दोनों अग्निशमन केन्द्र में अधिकारी, कर्मचारियों के 31 प्रतिशत 20 पद रिक्त है। यह खुलासा सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को अग्निशमन अधिकारी कार्यालय काशीपुर द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने मुख्य अग्निशमन अधिकारी कार्यालय उधमसिंह नगर से उत्तराखंड गठन से सूचना उपलब्ध कराने की तिथि तक के अग्निकाण्डों, उससे हुये नुकसान तथा अग्निशमन केंद्रों में कर्मचारी अधिकारी के स्वीकृत व रिक्त पदों की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में अग्निशमन अधिकारी/लोक सूचना अधिकारी काशीपुर द्वारा 10 दिसम्बर 22 तक की सूचना उपलब्ध कराते हुए श्री नदीम को बताया कि वर्ष 2000 से वर्ष 2022 (10 दिसम्बर तक) काशीपुर-बाजपुर अग्निशमन केन्द्र के क्षेत्र में कुल 2465 अग्निकाण्ड हुए हैं। इसमें 100 करोड़ 10 लाख 8 हजार 665 रुपए का अनुमानित नुकसान हुआ है।
वर्षवार उपलब्ध सूचना के अनुसार वर्ष 2000 में 76 अग्निकांडों में 42,70,100 रूपये, वर्ष 2001 में 89 अग्निकांडों में 20,04,050 रूपये, वर्ष 2003 में 121 अग्निकांडों में 53,66,500 रूपये, तथा वर्ष 2004 में 94 अग्निकांडों में 25,86,500 रूपये का नुकसान हुआ। वर्ष 2005 में जहां 126 अग्निकांडों में 29,25,300 रूपये, वर्ष 2006 में 103 अग्निकांडों में 3,69,50,100 रूपये, वर्ष 2007 में 120 अग्निकांडों में 88,69,300 रूपये का नुकसान हुआ तो वर्ष 2008 में 102 अग्निकांडों में 1,15,84,400 रूपये की हानि हुयी।
इसी तरह वर्ष 2009 में 131 अग्निकांडों में 3,12,89,900 रूपये, वर्ष 2010 में 85 अग्निकांडों में 2,90,68,400 रूपये, वर्ष 2011 में 86 अग्निकांडों में 76,77,200 रूपये और वर्ष 2012 में 138 अग्निकांडों में 11,20,56,000 रूपये की भारी क्षति पहुंची। वहीं वर्ष 2013 में 86 अग्निकांडों में 97,89,000 रूपये, वर्ष 2014 में 77 अग्निकांडों में 57,53,000 रूपये, वर्ष 2015 में 94 अग्निकांडों में 77,59,000 रूपये, वर्ष 2016 में 137 अग्निकांडों में 68,52,000 रूपये, वर्ष 2017 में 126 अग्निकांडों में 1,15,53,500 रूपये, वर्ष 2018 में 126 अग्निकांडों में 1,27,17,500 रूपये का भारी नुकसान पहुंचा।
उत्तराखंड में अग्निकांडों में इतनी भारी क्षति के बावजूद अग्निशमन विभाग कर्मचारियों की भारी कमी से जूझ रहा है। वर्ष 2019 में 138 अग्निकांडों में 79,55,500 रूपये, वर्ष 2020 में 100 अग्निकांडों में 7,77,93,015 रूपये, वर्ष 2021 में 167 अग्निकांडों में 55,80,85,000 रूपये का नुकसान पहुं तो इस साल यानी वर्ष 2022 में 10 दिसम्बर 2022 तक 143 अग्निकांडों में 4,81,03,700 रुपये का नुकसान हुआ है।
इसके अलावा नदीम उद्दीन को उपलब्ध सूचना के अनुसार काशीपुर-बाजपुर फायर स्टेशन तथा फायर यूनिट बाजपुर अधिकारियों तथा कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं। दोनों में ही इंचार्ज अधिकारी, अग्निशमन अधिकारी तथा अग्निशमन द्वितीय अधिकारी का पद रिक्त है। काशीपुर फायर स्टेशन में 5 ड्राईवरों में से 1, एएसआई (एम) का 1 पद, तथा फायर मैन के 26 में से 11 पद रिक्त है। जबकि बाजपुर फायर यूनिट में लीड फायर मैन का 2 में 1, ड्राईवर का 2 में से 1, फायर मैन के 6 में से 3 पद रिक्त चल रहे हैं।