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Ramnagar News: पर्यावरण के खतरों को स्कूली बच्चों के साथ किया गया साझा, पेड़ लगाने के साथ ही उन्हें बचाना भी मुख्य काम

Janjwar Desk
8 Nov 2022 7:09 AM GMT
Ramnagar News: पर्यावरण के खतरों को स्कूली बच्चों के साथ किया गया साझा, पेड़ लगाने के साथ ही उन्हें बचाना भी मुख्य काम
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Ramnagar News: पर्यावरण के खतरों को स्कूली बच्चों के साथ किया गया साझा, पेड़ लगाने के साथ ही उन्हें बचाना भी मुख्य काम

Ramnagar News: ढिकुली में स्कूली बच्चों व ग्रामीणों के साथ सोमवार को पर्यावरणीय खतरों को साझा करने के मकसद से एक गोष्ठी का आयोजन किया गया....

Ramnagar News: ढिकुली में स्कूली बच्चों व ग्रामीणों के साथ सोमवार को पर्यावरणीय खतरों को साझा करने के मकसद से एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। तमाम स्कूली बच्चे और ग्रामीण इस कार्यक्रम का हिस्सा बने जिन्होंने हर रोज खत्म होती धरती की भयावहता को महसूस करते हुए अपनी जिंदगी में प्रकृति के लिए अपने हिस्से का अंशदान करने का निश्चय लिया। इस मौके पर सैंकड़ों स्कूली बच्चों के माध्यम से वृक्षारोपण भी किया गया।

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ज्येष्ठ उप ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी रहे, जिन्होंने "भविष्य के लिए पेड़" थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में पेड़ों को लगाने के साथ ही उनके रखरखाव व सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हर साल वृक्षारोपण कार्यक्रम के माध्यम से करोड़ों पेड़ लगाए जाते हैं, जो रखरखाव और सुरक्षा के अभाव में परवान नहीं चढ़ पाते। जब तक वृक्षारोपण को रस्मी तौर से हटकर आत्मसात नहीं किया जाएगा तब तक ऐसे वृक्षारोपण का कोई लाभ नहीं होने वाला। नेगी ने सुझाव दिया कि हम अपना और अपने परिवार का जो जन्मदिन केक काटकर मनाते हैं, उसकी जगह अगर एक पेड़ लगाकर मनाएं तो निजी खुशी के साथ साथ धरती को बचाने की दिशा में भी एक सार्थक कदम उठाया जा सकता है।


प्रधानाचार्य दिगंबर सिंह नेगी ने कहा कि पर्यावरण के व्यापक नुकसान का असर पूरे विश्व पर साफ दिख रहा है। यूरोप महाद्वीप तक के ठंडे देश अब गरम हो रहे हैं। नार्वे में गर्मी पड़ना, ग्लेशियर का लगातार पिघलते हुए पीछे की ओर सिमटते जाना पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है। इस वैश्विक समस्या से भारत भी अछूता नहीं है। भारत में देश की राजधानी दिल्ली तक किसी भी मौसम में रहने योग्य नहीं रह गई है। लोगों ने खुद अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारते हुए अपने पर्यावरण को ऐसे जहरीले गैस चैंबर में बदल दिया है, जहां लोगों का दम घुट रहा है। धरती को पेड़ों से ढकना ही इसका प्राथमिक उपाय है। इससे हम सबको सबक लेते हुए पर्यावरण की सुरक्षा का संकल्प लेते हुए वृक्षारोपण को अधिक से अधिक बढ़ावा देना होगा।


कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने भी नदियों, ग्लेशियर, वनों के विषय पर पर्यावरण से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान विश्व भर के पर्यावरण पर आधारित एक डाक्यूमेंट्री का प्रदर्शन भी किया गया। जिसमें मिट्टी के तेजी से रेत में तब्दील होते खतरे को खास तौर पर रेखांकित किया गया। गोष्ठी के बाद भव्य वृक्षारोपण कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों ने विभिन्न प्रजाति के सैंकड़ों पौधों को रोपा। इस दौरान विक्रम आनन्द, नरेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान पूनम देवी, पीसी कांडपाल, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सुमित लोहनी, संतोष तिवारी, राहुल डंगवाल, श्याम सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।

यह कार्यक्रम ढिकुली के हृदयेश रिजॉर्ट के तत्वाधान में किया गया था जिसका संचाल केवल बुधानी ने किया।

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