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उत्तराखंड

Uttarakhand Weather Update: कुमाउं से लेकर गढ़वाल तक हो रही है आसमान से आफत की बारिश, सड़क हुई लापता तो दरकने लगे पहाड़

Janjwar Desk
30 July 2022 9:30 AM GMT
Uttarakhand Weather Update: कुमाउं से लेकर गढ़वाल तक हो रही है आसमान से आफत की बारिश, सड़क हुई लापता तो दरकने लगे पहाड़
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Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में कुमाउं से लेकर गढ़वाल तक और पहाड़ से लेकर मैदान तक इस समय सावन की झड़ी अपने पूरे शवाब पर है। लेकिन सावन की यह रूमानियत मैदानी इलाकों में जलभराव तो पहाड़ में दरकती पहाड़ियां मुसीबत का सबब बन गई हैं।

Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में कुमाउं से लेकर गढ़वाल तक और पहाड़ से लेकर मैदान तक इस समय सावन की झड़ी अपने पूरे शवाब पर है। लेकिन सावन की यह रूमानियत मैदानी इलाकों में जलभराव तो पहाड़ में दरकती पहाड़ियां मुसीबत का सबब बन गई हैं। रुक-रूककर हो रही बारिश के कारण पर्वतीय क्षेत्रों के कई पहाड़ दरकने शुरू हो गए हैं, जिससे दोनो मंडलों में कई जगह पर करी सड़के बंद हो गई हैं।


बद्रीनाथ हाईवे दो स्थान पर बहा

चमोली जिले में बद्रीनाथ हाईवे दो स्थानों पर बह गया है। लामबगड़ में भारी बारिश के चलते लामबगड़ पागल नाला और खड़ा नाला में बद्रीनाथ हाइवे बीते दिन से बंद है। सड़क पर पानी नदी की तरह बह रहा है। दो हजार से अधिक यात्री हाइवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। हाइवे पर चलना खतरों से खेलने के बराबर है। मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने फंसे करीब पचास से अधिक यात्रियों और स्थानीय लोगों को रेस्क्यू कर इस नाले से सुरक्षित निकाला। बद्रीनाथ के इस हाईवे पर बीती शाम पांच बजे बारिश के दौरान खचड़ानाला व लामबगड़ नाला ऊफान पर आ गया था। इससे लामबगड़ में 10 मीटर व खचड़ानाला में पांच मीटर हाईवे का हिस्सा बह गया। इससे हाईवे के दोनों ओर दो हजार से अधिक यात्री फंस गए। टिहरी जिले में कीर्तिनगर प्रखंड के जखंड गांव में ग्रामीण मकानी देवी के घर की छत टूट गई। गनीमत यह रही कि परिवार के सदस्य दूसरे घर में रह रहे थे, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। दूसरी तरफ देहरादून-मसूरी मार्ग पर गलोगी के पास सड़क पर बोल्डर और मलबा आने से यातायात बाधित है। लोनिवि के अधिकारियों के मुताबिक इस रास्ते को खोलने की कोशिश जारी है, लेकिन भारी बारिश से रुकावट पैदा हो रही है।


कुमाउं मंडल की यह है स्थिति

कुमाउं में हो रही लगातार बारिश से सीमांत पिथौरागढ़ जिले में लोगों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिले के छोटे-बड़े करीब दो दर्जन रास्तों पर यातायात प्रभावित होने की खबर है। तवाघाट लिपुलेख मार्ग पर मलबा आने से चीन सीमा का संपर्क कटा है। लगातार हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर है। पहाड़ों के दरकने व भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही है। सीमांत जनपद पिथौरागढ़ से एक बार फिर भूस्खलन की भयावह तस्वीरें सामने आ रही है। धारचूला के एलाधार में हुए भस्खलन से एक दो मंजिला मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया। गनीमत रही कि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है। जानकारी के मुताबिक बीते शुक्रवार की शाम धारचूला-तवाघाट सड़क में एलाधार के पास भूस्खलन हो गया था। भूस्खलन के दौरान पहाड़ी से गिरा विशालकाय बोल्डर सड़क किनारे अटक गया था। इस बोल्डर के धारचूला की मल्ली बाजार के ठीक ऊपर होने के कारण एहतियात बरतते हुए प्रशासन ने 14 परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट होने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद इन परिवारों ने अपने रिश्तेदारों के वहां शरण ली है। नैनीताल जिले में भवाली रोड पर पाइंस इलाके में तो पूरा पहाड़ ही भरभराकर हाईवे पर आ गिरा है। यहां न केवल पूरा रास्ता बंद हो गया है, बल्कि सड़क ही लापता हो गई है। गनीमत रही कि इस दौरान कोई वाहन इसकी चपेट में नहीं आया। पहाड़ ढहने से हाईवे का तीस मीटर का हिस्सा खौफनाक खाई बन गया है। सड़क टूटने से यह रास्ता अब पूरी तरह बंद हो गया है। इसके लंबे समय बंद रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है। जिस वजह से पर्यटकों व दर्जनों गांवों को ग्रामीणों को अब ज्योलीकोट के रास्ते नैनीताल आना-जाना पड़ेगा।


धनगढ़ी नाले में लगा गाड़ियों की रफ्तार पर ब्रेक

इधर रामनगर में बारिश के चलते कुमाऊं और गढ़वाल को जोड़ने वाले नेशनल हाईवे 309 पर स्थित धनगढ़ी नाला आज उफान पर आ गया। इससे रामनगर से पहले नाले के दोनों ओर का यातायात रुक गया। मोहान से लेकर सुंदरखाल तक फंसे पर्वतीय मार्गों पर आवागमन करने वाले लोग बारिश होने की वजह से जाम में फंसे हैं। प्रशासन की ओर से रास्ता साफ किए जाने की कोशिशें जारी हैं। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश का ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगले एक सप्ताह तक भारी बारिश का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग ने पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन की संभावना जताई है। नदी नालों का जल प्रवाह बढ़ने की आशंका के मद्देनजर तटवर्ती इलाकों में लोगों को सचेत रहने को कहा गया है। साथ ही लोगों को सलाह दी गई है कि बारिश के दौरान पर्वतीय क्षेत्र में सफर करने पहले सड़कों के यातायात की जानकारी हासिल कर लें।

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